वह सप्लाई विभाग का ‘नटवर लाल’ ही नहीं, एक सफेदपोश अपराधी भी है, जो सारे अपराध सरकारी मुलाजिम की निरंकुश और बेजा ताकत के मद में करता है..और क़लम जब उसे आइना दिखाने की कोशिश करती है, तो वह अपनी बदरंगी सूरत और सीरत नहीं साफ करता है बल्कि उल्टा आइना ही तोड़ने का प्रयास करता है. दुर्भाग्य यह कि व्यवस्था इस पर नपुंसक चुप्पी साध लेती है.
@SHARP REPORTER TEAM
अगर आडियो की आवाज में पत्रकार को अभद्र भाषा और धमकी देने वाली आवाज सप्लाई इंस्पेक्टर संतोष सिंह की है,अगर जन ‘संदेश टाइम्स’ अखबार में छपी रिपोर्ट और इंस्पेक्टर की कारस्तानी ऐसी ही है, जैसी छपी है, तो फिर वह सप्लाई विभाग का ‘नटवर लाल’ ही नहीं, एक सफेदपोश अपराधी भी है, जो सारे अपराध सरकारी मुलाजिम की निरंकुश और बेजा ताकत के मद में करता है..और क़लम जब उसे आइना दिखाने की कोशिश करती है, तो वह अपनी बदरंगी सूरत और सीरत नहीं साफ करता है बल्कि उल्टा आइना ही तोड़ने का प्रयास करता है. दुर्भाग्य यह कि व्यवस्था इस पर नपुंसक चुप्पी साध लेती है.

सवाल तो जिला कलेक्टर और सप्लाई अधिकारी से है कि गाजीपुर में लोकतंत्र और शासनादेश के अनुसार विभाग चलेंगे या,फिर ऐसे मनबढ़ और ‘ह्वाइट कालर क्रिमनल’ की भय और टेरर पैदा करने वाली नीति से.
क्या ऐसी सोच और कार्य-संस्कृति से पारदर्शी व्यवस्था चल पायेगी, या सरकारी रसूख के आड़ में टेरर से पत्रकारिता और लोगों के संवैधानिक अधिकारों का गला घोंटा जाएगा.
जवाबदेही तो सप्लाई अधिकारी और जिलाधिकारी की है कि इस मनबढ़ और नटवरलाल सप्लाई इंस्पेक्टर की जांच क्यों नहीं की गयी, जबकि इस इंस्पेक्टर की आए दिन शिकायत मिल रही है और वह विभागीय रसूख से धनाउगाही करता जा रहा है. पिछले दिन 13 सितम्बर को ‘जन संदेश टाइम्स’ की रिपोर्ट पर बिफर गये इस इंस्पेक्टर ने जिस तरह से कासिमाबाद के आंचलिक संवाददाता विनय ठाकुर को आक्रोश और अमर्यादित भाषा में धमकी दे रहा था,जिसकी आडियो वायरल हुई, उससे स्वत: संज्ञान लेकर सक्षम अधिकारियों को इनके विरूद्ध विभागीय कार्रवाई करनी चाहिए थी.

हालांकि इसके विरोध में पत्रकार भी लामबंद होने लगें हैं. इसी क्रम में ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन कासिमाबाद इकाई तहसील अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा के नेतृत्व में क्षेत्रीय पत्रकार विनय ठाकुर के टेलीफोन पर पूर्ति निरीक्षक संतोष सिंह के बातचीत के दौरान अभद्रता के संबंध में कासिमाबाद एसडीएम भारत भार्गव को पत्रक दिया. ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के सदस्यों ने अवगत कराया कि 13 सितंबर को दोपहर में 8874783142 से पत्रकार विनय ठाकुर के मोबाइल नंबर पर पूर्ति निरीक्षक कासिमाबाद संतोष सिंह द्वारा जनसंदेश टाइम्स में गाजीपुर से प्रकाशित खबर पर आक्रोश व्यक्त करते हुए काफी उत्तेजित भाषा का प्रयोग किया गया गाली भी दी गई.विनय ठाकुर सम्मानित समाचार पत्र से जुड़कर कासिमाबाद हेड से खबरें प्रकाशित करते हैं.पूर्ति निरीक्षक संतोष सिंह जिस उत्तेजना में मोबाइल से बात करते हुए धमकी के साथ गाली दिए हैं जिससे आक्रोशित पत्रकारों ने कासिमाबाद तहसील पर बैठक कर एसडीएम को ज्ञापन सौंप. ज्ञात हो कि विनय ठाकुर एक गरीब परिवार से जुड़े होने के साथ क्षेत्रीय खबरों का संकलन करते हैं, पूर्ति निरीक्षक संतोष सिंह के द्वारा किए गए दुर्व्यवहार से विनय ठाकुर एवं परिवार के लोग काफी चिंतित हैं.पत्रकारों पर लगातार हमले के संबंध में प्रेस परिषद के साथ केंद्र एवं प्रदेश सरकार को स्पष्ट दिशानिर्देश है, जो भी ऐसा करता है उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी सभी पत्रकार बंधुओं ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर पूर्ति निरीक्षक संतोष सिंह के खिलाफ इस गंभीर विषय पर कार्यवाही करने अपील की.जिससे गरीब पत्रकार के खिलाफ की गई अभद्रता पर न्याय मिल सके.इस मौके पर तहसील अध्यक्ष तहसील अध्यक्ष जितेंद्र वर्मा, राजेश कुशवाहा, राजेश चौरसिया संतोष गुप्ता, अनिल सिंह ,अशोक कुमार राय, संतोष कुमार गुप्ता सरफराज अहमद, प्रेम शंकर पांडे, गोपाल पांडे ,तोहिद अब्बासी, विमलेश तिवारी आदि सभी पत्रकार मौजूद रहे. वही कुछ वरिष्ठ पत्रकारों और उनके संगठनों ने इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए प्रकरण को भारतीय प्रेस परिषद् नई दिल्ली, और मुख्यमंत्री तथा खाद्य सचिव को भी अवगत कराने का मन बना रहे हैं.