-चंचल प्रोफेसर एच.ए.आजमी पत्रकारिता के अध्य्यापक थे । पढ़ाते थे और बेहतर पढ़ाते थे बाद बाकी इनके पास कोई और लक्षण नही थे जिसे देखने मात्र से यह पता चल…
Author: Arvind Singh
मूमल जो एक अनिन्द्य-सुन्दरी लोकनायिका है…
सांस्कृतिक-झरोखा : मूमल- महेन्द्रा मूमल अनिन्द्य-सुन्दरी लोकनायिका है, जिसके रूप-वर्णन से लोकगीतों ने अनुपम-भंगिमा प्राप्त की है | नख-शिख सौन्दर्य-रचाव और प्रेम-प्रीत की मनुहारों से पूरित लोकगीत मूमल माडधरा की…
चेतना पर हावी हो रही है निर्ममता
-कथाकार अखिलेश हिन्दू कालेज में रिश्ते-नातेदारी पर व्याख्यान- कहानियों के मार्फ़त हम अपने समय के यथार्थ को समझ सकें यह हमारे साहित्य के लिए भी आवश्यक है। हमें भूलना नहीं…
अमराई : बोले चिरइया
-अरुण कुमार तिवारी यादें कौंधती हैं। काया की मानस कोठरी में कहीं बिजलियाँ गिरती हैं तो कहीं नम मौसम है।आँखें अनंत को निहारती हैं। कुछ खोया सा है। कुछ हाथ…
बेरोजगारी की समस्या भी युवाओं में नशे का एक कारण है
पंचकूला(मेहता)- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृति आज एक वैश्विक समस्या बनती जा रही है और हमें राजनीति से ऊपर उठकर,…
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह में 140 जोड़े हुए एकदूजे के
आजमगढ़ . मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजनान्तर्गत जनपद स्तरीय 140 जोड़ों के सामूहिक विवाह कार्यक्रम का शुभारम्भ डीएवी इण्टर कालेज के प्रांगण में जिलाधिकारी नागेन्द्र प्रसाद सिंह, मुख्य विकास अधिकारी डी0एस0…
पहली भाषण में ही संसद और सत्ता को झकझोर दिया ..
महिला सांसद महुआ मोइत्रा पहली बार चुनी गई सदस्य लोकसभा की तूणमूल कांग्रेस के सौजन्य से , उन्होंने जो सात सवाल दागे सत्ता से उसका जबाब मोदी सरकार आने वाले पांच…
रेव पार्टियों के नशे की भेंट चढ़ती जवानी
इन रेव पार्टी में भारी मात्रा में विदेशी ब्रांड की शराब के साथ ब्रिक्स कोकिंग टैबलेट और हरियाणा की शराब परोसी जाती है। रात भर उन्मुक्तता, अश्लीलता एवं सैक्स से…
आचार्य लोकेशजी ने किया न्यूयार्क में पार्लियामेंट सदस्यों को सम्बोधित
विश्व ऐसे समय में जब विश्व को हिंसा, ग्लोबल वार्मिंग, आय असमानता और अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ता है अहिंसा, शांति और सद्भावना का जैन दर्शन व महात्मा गांधी…
भारतीय रसोई पर मंडरा रहे खतरे
आधुनिक संस्कृति, सभ्यता एवं शिष्टता के साथ भोजन में हो रहे बदलाव की चर्चा करे तो आश्चर्य होगा यह जानकर कि आज किस कद्र भोजन के प्रति हम उदासीन एवं…