उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) के नाम पर फ़र्ज़ी ई-मेल बना जालसाजी करने वाले एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी की पहचान मनोज कुमार सेठ के रूप में हुई है. वह भुवनेश्वर का रहने वाला है.
स्पेशल सेल की IFSO यूनिट ने जालसाजी के आरोप में एक पत्रकार को गिरफ्तार किया है. मनोज पर आरोप है कि उसने साल 2016 में योगी आदित्यनाथ के नाम पर एक एक ईमेल आईडी तैयार की थी और उस ईमेल आईडी से पावर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया, ओएनजीसी और गेल जैसे सार्वजनिक क्षेत्रों की कंपनियों को मेल भेजा. वह मेल भेजकर क्षेत्रीय अखबारों और इलाके के अन्य समाचार पत्रों को विज्ञापन देने का दबाव डाल रहा था.
आरोपी पर उड़ीसा के कटक में भी एक अधिकारी से एक्सटॉर्शन का पुराना मामला दर्ज है. दिल्ली पुलिस को इसकी 2016 से तलाश थी. पूछताछ के दौरान पता लगा कि मनोज कुमार एक पत्रकार है और एक वीकली अखबार में काम करता है. वह अपने लोकल अखबार के लिए विज्ञापन चाहता था. इसलिए उसने इस तरीके के फंडे को अपनाया.
डीजीपी केपीएस मल्होत्रा ने बताया कि योगी आदित्यनाथ के पीएस रहे राज भूषण रावत ने दिल्ली पुलिस को शिकायत दर्ज कराई थी कि योगी आदित्यनाथ के नाम से yogiadityanath.mp@gmail.com फर्जी ईमेल आईडी बनाकर सरकारी संस्थाओं को मेल भेजे जा रहे हैं. इसमें योगी आदित्यनाथ के फर्जी हस्ताक्षर भी है. पुलिस ने मामले की जांच की और इसके बाद IP एड्रेस से आरोपी का पता लगाकर उसे 28 जनवरी को भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया गया है. हालांकि, ये FIR 2016 की है जब योगी आदित्यनाथ लोकसभा सांसद थे.