पांच जगहों पर लगाए बदमाशों के पोस्टर, 24 घंटे में ही उतारे, पुलिस बोली- किसने लगाए जांच होगी
1 min read
मुरादाबाद। मुरादाबाद के सिविल लाइंस रोड से लेकर कांठ रोड तक कुल पांच स्थानों पर रविवार को लूट और छेड़खानी के अभियुक्तों के पोस्टर लगाए गए। यह पोस्टर शहर में चर्चा का विषय बना रहा। इनको देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई। इसकी भनक लगते ही 24 घंटे के भीतर इन पोस्टरों को पुलिस ने उतरवा लिए।
इसको लेकर लोग सवाल उठाने लगे कि यदि पोस्टर लगाए गए तो किस दबाव में उतारे गए। पुलिस कर्मियों ने सिविल लाइंस क्षेत्र में लूट और छेड़खानी करने वाले 24 आरोपियों के बड़े-बड़े पोस्टर बनवाए। सुबह महिला थाने के सामने, पीलीकोठी, हरथला लेकर शेरूआ चौराहे पर पांच पोस्टर लगाए गए।
पोस्टर को देखने के लिए सुबह जगह-जगह लोगों की भीड़ जुटने लगी। पोस्टर पर लिखा गया था कि इन लुटेरों और छिनैती के अपराधियों से आम जनता सतर्क रहे। जनहित में विशेषकर महिला सुरक्षा के लिए यह पोस्टर जारी किए गए हैं। पोस्टर पर मुद्रक या प्रकाशक के नाम अंकित नहीं थे।
आरोपियों में मोनू, नदीम, उवैद उर्फ बीड़ी, सावेज उर्फ सपेरा, विनीत कुमार, हासिम, वसीम, सारिक, रिजवान, राजू ,सलमान, योगेश, मोल उर्फ मोनू, मुन्ना उर्फ रोहित, मुकेश उर्फ टॉफी, सचिन, आयाज आदि शामिल हैं। लोगों का कहना था कि इन पोस्टरों पर किसी अधिकारी की नजर चली गई।
कानूनी दांव -पेच में फंसने के भय से पुलिस अधिकारियों ने तत्काल पोस्टर उतारने के निर्देश दिए। इसके बाद सोमवार दोपहर दो बजे लाइनपार के रहने वाले बब्लू और उसके साथी ने सीढ़ी लगाकर पोस्टर उतारना शुरू किया।
पूछने पर बब्लू ने बताया कि सिविल लाइंस पुलिस के निर्देश पर पोस्टर हटाए जा रहे हैं। इस बारे में सिविल लाइंस थाना प्रभारी मनीष सक्सेना ने बताया कि पोस्टर के बारे में उनको मालूम नहीं है। इस मामले में जांच की जाएगी कि पोस्टर किन लोगों ने लगाए हैं।
महिला थाने के सामने ई रिक्शा पर जा रही जिगर कॉलोनी की एक महिला अचानक रुक गई। पोस्टर की तरफ इशारा करते हुए महिला ने लोगों को बताया कि यही व्यक्ति उसके घर में घुसा था। उसने छेड़खानी करने वाले दो युवकों को भी पहचान लिया। महिला का कहना था कि तीनों आरोपी खतरनाक हैं। ऐसे लोगों को खुला छोड़ना ठीक नहीं है।
