Latest News

The News Complete in Website

जेपीएनआईसी सेंटर विवाद: अखिलेश बोले- जब बैरिकेडिंग हटेगी तब अंदर जाएंगे, पुलिस कब तक रहेगी, हम अंदर जाएंगे ही

1 min read

लखनऊ। जेपीएनआईसी सेंटर पर अखिलेश को भीतर न घुसने देने का मामला एक बार फिर गरमा गया है। इस मौके पर अखिलेश यादव ने कहा कि जयप्रकाश नारायण की जयंती के दिन सपा कार्यकर्ता उनके म्यूजियम में जयंती मनाते हैं। लेकिन हमें दो बार से माल्यार्पण करने से रोका जा रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि यह सरकार इस सेंटर को बेचना चाहती है। उन्होंने कहा कि ये बैरिकेडिंग सपा के कार्यकतार्ओं को रोक नहीं पाएगी। पुलिस कब तक यहां रहेगी। जब पुलिस वहां से हटेगी तब हम वहां माल्यार्पण करेंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि हम माल्यार्पण यहीं पर करेंगे। अभी यहां पर पुलिस की बैरिकेडिंग है। यह बैरीकेटिंग कब तक रहेगी। जब पुलिस हटेगी तब हम वहां जाएंगे। अखिलेश ने कहा कि यह सरकार ही विनाशकारी है। सरकार भेड़िए को पकड़ने की ताकत नहीं जुटा पा रही है। वह इन चीजों में अपनी ऊर्जा खर्च कर रही है। अखिलेश यादव ने कहा कि अंदर कुछ गड़बड़ चल रहा है। कुछ ऐसा है जो सरकार छिपाना चाह रही है। हमें अंदर कुछ वजहों से नहीं आने दिया जा रहा है। हम इसकी हकीकत मालूम करके रहेंगे।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को जय प्रकाश नारायण अंतर्राष्ट्रीय केंद्र (जेपीएनआईसी) जाने से रोकने पर सपा कार्यकतार्ओं ने जमकर हंगामा किया। अखिलेश के विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास के बाहर पुलिस ने जबरदस्त बैरकेडिंग कर दी थी। इस पर वहां कार्यकतार्ओं और नेताओं का हुजूम इकट्ठा हो गया। सपा अध्यक्ष ने भी आवास से बाहर निकलकर जीप में रखी जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। साथ ही एलान किया कि जब पुलिस का घेरा हटेगा, तब जेपीएनआईसी जाकर श्रद्धांजलि देंगे। संपूर्ण क्रांति के जनक जय प्रकाश नारायण की 11 अक्तूबर को जयंती के अवसर पर राजधानी हाई-वोल्टेज राजनीतिक घटनाक्रम की गवाह बनी। गोमती नगर स्थित जेपीएनआईसी पर प्रशासन ने बृहस्पतिवार को ही अभेद्य बैरिकेडिंग कर दी थी। अखिलेश यादव बृहस्पतिवार की देर रात ही जेपीएनआईसी के गेट पर पहुंच थे और उन्होंने बैरिकेंडिंग किए जाने पर सरकार पर तीखा हमला बोला। इतना ही नहीं अखिलेश के शुक्रवार को जेपीएनआईसी जाकर श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम भी जारी कर दिया गया। यहां बता दें कि पिछले साल भी अखिलेश जेपीएनआईसी का गेट फांदकर जेपी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने गए थे।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *