फ्लाइट, महंगाई और मुसीबत…: दिवाली से पहले दोगुना हुआ फ्लाइट का किराया, दिल्ली से काशी 14000; ट्रेनें भी फुल
1 min readवाराणसी। दूसरे शहर में रहने वाले दिवाली और छठ पूजा पर घर कैसे आएं, इसको लेकर परेशान हैं। क्योंकि फ्लाइट का किराया दोगुना हो चुका है। नियमित ट्रेनों में नो रूम तो वहीं स्पेशल ट्रेनों में लंबी वेटिंग है। 31 अक्तूबर को दिवाली, दो नवंबर को भैया दूज और पांच से आठ नवंबर तक छठ पूजा होगी। टूर ऑपरेटर अभिषेक सिंह ने बताया कि मुंबई से वाराणसी से आने वाली फ्लाइट का किराया मौजूदा समय में छह से सात हजार रुपये है। वहीं, धनतेरस से पहले 26 अक्तूबर को 13 से 14 हजार रुपये किराया पहुंच गया है। छठ पूजा के दौरान 12 से 13 हजार रुपये है। यही हाल जयपुर से आने वाली फ्लाइट का है, इस समय जो किराया छह से सात हजार रुपये है। त्योहार के समय दोगुना हो गया है। बंगलूरू से आने वाली फ्लाइट का किराया पांच से छह हजार रुपये है, जो 10 से 11 हजार तक पहुंच चुका है। हैदराबाद-वाराणसी फ्लाइट का किराया भी दोगुना है। वर्तमान में पांच से छह हजार रुपये है।अहमदाबाद से वाराणसी आने वाली फ्लाइट का किराया इस समय ही सात से आठ हजार रुपये हैं। दिवाली और छठ पूजा पर 13 से 14 हजार रुपये है। वहीं वाराणसी से इंदौर जाने वाली फ्लाइट का इस समय किराया 4000 से 5000 के बीच है। जबकि धनतेरस और दीपावली के आसपास 7000 से 8000 के बीच है।
महानगरों से कैंट होकर बिहार जाने वाली नियमित प्रमुख ट्रेनें नो रूम है। सीटें रिग्रेट हो चुकी हैं। खास तौर पर मुंबई, सूरत, अहमदाबाद, हैदराबाद, पंजाब और दिल्ली से आने वाली ट्रेनों की यह स्थिति है। यात्री परेशान हैं कि लंबी दूरी की ट्रेनों में कंफर्म सीटें कैसे मिलेंगी। टूर ऑपरेटर आकाश तिवारी ने बताया कि मुंबई से आने वाली सभी ट्रेनों में लंबी वेटिंग है।