कांग्रेस का दलित प्रेम देख बसपा सतर्क, कैडर वोट बैंक बचाने के लिए उठाया ये कदम
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लखनऊ। लोकसभा चुनाव में अपने कैडर वोट बैंक का नुकसान सहने वाली बहुजन समाज पार्टी के लिए प्रदेश में कांग्रेस बड़ा खतरा बनती जा रही है। कांग्रेस ने बसपा नेताओं को अपने पाले में करने की रणनीति बनाई है, जिससे दलित वोट बैंक पर करीब चार दशक पुराना उसका वर्चस्व दोबारा स्थापित हो सके। कांग्रेस की इस रणनीति से बसपा यूपी में और कमजोर होगी, तो वहीं दूसरी ओर कांग्रेस का पलड़ा सपा पर भारी होता जाएगा। बता दें कि बसपा सुप्रीमो मायावती ने हाल ही में अपनी पार्टी के उन नेताओं को सख्त चेतावनी दी है कि वह आरक्षण के उप-वर्गीकरण और क्रीमीलेयर के मुद्दे पर कांग्रेस की विचारधार का समर्थन नहीं करे। ऐसा करने वालों को पार्टी से बाहर कर दिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक मायावती की इस चेतावनी की वजह बसपा नेताओं में कांग्रेस के प्रति बढ़ता आकर्षण माना जा रहा है। लोकसभा में करारी शिकस्त के बाद पार्टी नेताओं को बसपा के दोबारा सियासत में आने की संभावना खत्म होती दिख रही है। यही वजह है कि वह अपने राजनीतिक सफर को जारी रखने के लिए कांग्रेस के साथ जा सकते हैं। बीते दिनों बस्ती और चित्रकूट में बसपा नेताओं ने कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण की है, जो बसपा के लिए नुकसान का सबब बन गया।