पूर्वांचल के खिलाड़ियों की पहली बार भारतीय हैंडबॉल में हुआ चयन, काशी की नैना व कोमल खेलने जाएंगी चाइना
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वाराणसी। गांव के गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली काशी की दो बेटियां नैना यादव और कोमल राय चाइना में हैंडबॉल प्रतियोगिता में अपना दम दिखाएंगी। काशी की इन बेटियों का भारतीय हैंडबॉल टीम में चयन हुआ है। यह पहला ऐसा मौका है जब पूर्वांचल से किसी खिलाड़ी का चयन इंटरनेशनल हैंडबॉल प्रतियोगिता में हुआ है। कोमल और नैना का भारतीय टीम में चयन होने के बाद परिवार के साथ ही गांव के लोग भी काफी प्रसन्न हैं। इन खिलाड़ियों ने सिर्फ प्रादेशिक स्तर पर ही नहीं बल्कि राष्ट्रीय मुकाबलों में अपने प्रदर्शन की बदौलत चयनकतार्ओं का ध्यान खींचा है। पूर्वांचल के इतिहास में पहली बार ग्रामीण परिवेश से निकली बेटियां अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में दमखम दिखाएंगी। नैना पिछले चार साल से लगातार राष्ट्रीय प्रतियोगिता में यूपी टीम का प्रतिनिधित्व कर रहीं हैं। उनके लिए शॉर्ट्स पहन कर हैंडबॉल खेलने की राह आसान नहीं थी। परिवार और समाज की बंदिशों के बावजूद दोनों ने मेडल जीतकर सबका मुंह बंद कर दिया। उन्हें जूते खरीदने के लिए पिता के काम में हाथ बंटाने के अलावा मजदूरी करनी पड़ती थी। कोमल ने बताया कि वह गांव से साइकिल चलाकर 10 किलोमीटर दूर परमानंदपुर मैदान पर सुबह 6 बजे अभ्यास करने आती हैं। दोपहर में पढ़ाई करती हैं और शाम को वर्कआउट करने के बाद घर जाती हैं। उन्होंने बताया कि वह पिछले चार साल से हैंडबॉल टीम का हिस्सा हैं।
