आज़मगढ़ के दलित किशोर का जबरन कराया खतना, हिंदू से बना दिया मुसलमान
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पिता की हो चुकी मौत… बेबस मां बेहाल
आजमगढ़। आजमगढ़ के दलित किशोर की गरीबी का फायदा उठाकर कबाड़ का कारोबार करने वाले पिता-पुत्र उसे झांसा देकर बाराबंकी ले आए। यहां होटल में बाल श्रम करने में लगा दिया। 15 दिन पहले होटल संचालक ने उसे अस्पताल ले जाकर खतना करा दिया। उसे जबरन हिंदू से मुसलमान घोषित कर दिया। शुक्रवार को पुलिस ने होटल संचालक व कबाड़ी पिता-पुत्र को गिरफ्तार कर जेल भेजा है। किशोर को संरक्षण गृह भेजा गया है। पुलिस के अनुसार शहर के मोहल्ला पीरबटावन निवासी मुर्शीद व उसका पिता रियासत अली दो साल पहले आजमगढ़ गए थे। वहां अतरौलिया थाना क्षेत्र के निवासी 15 साल के किशोर से मुलाकात हुई। अत्यंत ही गरीबी के हालात में जी रहे किशोर के खाने के लाले थे। उसके पिता की मौत हो चुकी है। जबकि, मां व अन्य परिजन छूट से गए थे। किशोर ने बताया कि मुर्शीद व उसके पिता रियासत अली ने उसे बहकाया कि बाराबंकी में अच्छा काम दिलवा देंगे। उसे बाराबंकी लाकर पहले अपने पास रखा। फिर पल्हरी चौराहे के पास अफीफा होटल में काम पर लगवा दिया। 15 दिन पहले किशोर का नाम पता पूछने के बाद कटरा मोहल्ला निवासी होटल संचालक मोहसिन ने उसे शहर के एक अस्पताल लेकर गया। वहां खतना करवा दिया। बजरंग दल के जिला संयोजक विनय सिंह राजपूत के अनुसार दो दिन पहले विश्व हिंदू परिषद के जिलाध्यक्ष बृजेश कुमार वैश्य क साथ निजी काम स पल्हरी गए थे, उन्हें इसकी जानकारी हुई। तब उन्होंने पुलिस को सूचना दी। शहर कोतवाल आलोक मणि त्रिपाठी ने बताया कि मुर्शीद, रियासत अली व मोहसिन को गिरफ्तार कर न्यायालय में प्रस्तुत किया। जहां से तीनों को जेल भेजा गया है। खतना कराने वाले अस्पताल की भी जांच की जाएगी। गरीबी के हालातों में इधर-उधर भटकने वाले किशोर के पिता नहीं हैं, मगर मां व अन्य परिजन हैं। ऐसा पुलिस का कहना है। पुलिस ने उनको सूचना भेजी। हालांकि वहां से कोई आया नहीं। किशोर ने कहा कि मेरा कोई नहीं है। मैं सबको भूल चुका हूं।
