सुहेलदेव विवि की परीक्षाओं में नकल के आरोप में दो महाविद्यालयों के परीक्षा केंद्र हटाए गए
1 min readविश्वविद्यालय नकलविहीन परीक्षा के लिए संकल्पबद्ध, नकल की रिपोर्ट पर होगी कठोरतम कार्यवाही-प्रो0 प्रदीप कुमार शर्मा
आजमगढ़। महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय आज़मगढ़ की चल रही विषम सेमेस्टर की परीक्षाओं में उड़ाका दल की रिपोर्ट के आधार पर कुलपति प्रो0 प्रदीप कुमार शर्मा ने गंभीरता से संज्ञान लेते हुए संबंधित परीक्षा केंद्रों को तत्काल प्रभाव से परिवर्तित कर दिया है।
मीडिया प्रभारी डॉ0 प्रवेश कुमार सिंह ने बताया कि मऊ जनपद की उड़ाका दल के दिनाँक 10 दिसंबर के औचक निरीक्षण के दौरान लालसर कृषक महाविद्यालय,टक टेउआ,रामपुर मऊ कोड संख्या 845 परीक्षा केंद्र पर भारी अनियमितताएं पाई गई जहाँ 16 मोबाइल सेट और गाइड बरामद की गई और सीसीटीवी कैमरा की आवाज़ भी बंद थी।टीम ने तत्काल विश्विद्यालय को रिपोर्ट कर दिया और कार्यवाही की संस्तुति की।मा0 कुलपति ने संज्ञान लेते हुए परीक्षा की शुचिता और पवित्रता की दृष्टि से उक्त महाविद्यालय को परीक्षा केन्द्र से डिबार करते हुए निर्देशित किया कि उक्त केंद्र की अवशेष परीक्षायें एन0के0 नेशनल महाविद्यालय नदवासराय मऊ(केंद्र संख्या-870) पर सम्पन्न कराई जाएगी।
वहीं आज़मगढ़ के उड़ाका दल द्वारा अपने औचक निरीक्षण में,दिनाँक 11 दिसंबर को कुसुम देवी महिला महाविद्यालय, बनकटा,बाजार गोसाईं आज़मगढ़(केंद्र संख्या-972) पर कक्ष अन्तरिक्षकों के पास से मोबाइल बरामद किया गया जिनसे नकल कराए जाने के प्रमाण मिले वहीं उड़ाका दल की महिला सदस्य डॉ0 राजेश्वरी पाण्डेय के गहन निरीक्षण में छात्राओं के पास से नकल पर्चियां व अन्य अनुचित साधन बरामद किए गए ।उत्तर पुस्तिकाओं के निरीक्षण से यह ज्ञात हुआ कि प्रश्न संख्या के अनुसार अभ्यर्थियों के उत्तर हूबहू मिल रहे थे परिणामस्वरूप उड़ाका दल द्वारा सामूहिक नकल की संस्तुति पर कुलपति ने संज्ञान लेते हुए नकलविहीन परीक्षा सम्पादन की दृष्टि से उक्त महाविद्यालय का परीक्षा केंद्र निरस्त करते हुए निर्देश दिया कि दिनाँक 16 दिसम्बर से उक्त केंद्र की शेष परीक्षाएं श्री रघुनाथ साहू महाविद्यालय हरैया आज़मगढ़(केंद्र संख्या-300) पर सम्पन्न कराई जाएगी।
कुलपति ने कहा कि महाराजा सुहेलदेव विश्विद्यालय नकलविहीन परीक्षा के लिए संकल्पबद्ध है, परीक्षाओं की शुचिता और पवित्रता से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा।उड़ाका दल के सतत निगरानी और आख्या के आधार पर यदि कोई और महाविद्यालय नकल में संलिप्त पाया गया तो उसपर भी कठोरतम कार्यवाही की जाएगी।