भयानक हादसा: कार में ऐसे फंसी दंपती की लाशें, कटर से काटकर निकाली गईं; मौत की खबर से परिजनों में मचा चीत्कार
1 min readआगरा। मेरठ के सरधना क्षेत्र में अनियंत्रित होकर कार के सड़क किनारे पेड़ सेे टकराने से निजी कंपनी के मैनेजर अभिषेक सेंगर (42) और उनकी पत्नी रेखा (42) की मौत की जानकारी मां-पिता को देर रात तक रिश्तेदारों ने नहीं दी। वह दोनों की सलामती के लिए भगवान से प्रार्थना कर रहे थे। भाई और अन्य रिश्तेदार शव लेने के लिए गए थे। रिश्तेदार भी घर पहुंचे, लेकिन किसी ने उनकी माैत के बारे में बात नहीं की।
बी-69, राम मोहन नगर, सिकंदरा निवासी अभिषेक सेंगर आठ साल पहले दिल्ली एनसीआर में रहने चले गए थे। वह गुरुग्राम की निजी कंपनी ओप्टम में कायर्रत थे। परिजनों ने बताया कि पिता पीके सिंह पंजाब नेशनल बैंक से मैनेजर के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। दो भाई विनीत और सुनील हैं।
अभिषेक की शादी नवंबर 2011 में हुई थी। शाम को पुलिस ने परिजनों को दोनों के हादसे के बारे में बताया था। मगर, यह नहीं कहा कि दोनोें की जान चली गई है। कुछ रिश्तेदार और परिजन मेरठ के लिए रवाना हो गए थे। घर में मां और पिता ही माैजूद थे। वह भगवान से बेटे और बहू की सलामती के लिए प्रार्थना कर रहे थे। देर रात शव लाने की तैयारी थी।
अभिषेक सेंगर सिकंदरा के बी-69 राम मोहन के रहने वाले थे। वह गुरुग्राम की मल्टीनेशनल कंपनी ओप्टम में असिस्टेंट मैनेजर थे। बुधवार को क्रिसमस की छुट्टी पर वह कार से कांवड़ मार्ग से पत्नी रेखा के साथ रुड़की अपनी ससुराल जा रहे थे। गांव कपसाड़ के पास सड़क के घुमाव पर कार अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई। अभिषेक और रेखा कार में फंस गए। राहगीरों ने घटना की सूचना पुलिस कंट्राेल रूम को दी। पुलिस ने राहगीरों की मदद कार में फंसे दंपती को बाहर निकालने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली।
बाद में पुलिस ने वेल्डर को मौके पर बुलाकर कार की छत कटवाई और दोनों के शव बाहर निकाले गए। दंपती के पास से मिले दस्तावेजों के आधार पर परिजन को सूचना दी गई। पिता प्रद्युम्न और छोटा भाई विनीत परिजन के साथ देर शाम सरधना पहुंचे। सीओ सरधना संजय कुमार जायसवाल का कहना है कि परिजनों की ओर फिलहाल कोई तहरीर नहीं दी गई है। घटना की जानकारी से परिवार में कोहराम मचा है।