दूल्हे की घोड़ी ने बच्चे के सिर पर मारी लात, चोट लगने से हुई मौत
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कानपुर। कानपुर में हनुमंत विहार थानाक्षेत्र में रविवार शाम बरात की निकासी से पहले मंदिर पूजन के दौरान दूल्हे की घोड़ी ने पास खड़े बच्चे के सिर पर लात मार दी। दुलत्ती इतनी तेज थी कि मासूम उछलकर दूर जा गिरा। सिर में गंभीर चोट आने पर आनन-फानन लोग उसे अस्पताल ले गए। वहां सोमवार दोपहर इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। योगेंद्र विहार इलाके में रहने वाले सुरेंद्र गुप्ता ई-रिक्शा चालक हैं। उनके परिवार में पत्नी स्वाति, बड़ा बेटा शिवा और छोटा बेटा कृष्णा (6) थे। मूल रूप से फतेहपुर खागा के रहने वाले सुरेंद्र के अनुसार, रविवार को इलाके में रहने वाले बाजपेयी परिवार में शादी समारोह था।
बरात जाने से पहले निकासी के लिए दूल्हा घोड़ी पर बैठकर सुरेंद्र के घर के पास बने मंदिर में पूजन के लिए गया था। पूजन और बरात को देखने के लिए बेटा कृष्णा भी वहां पहुंच गया। इस बीच घोड़ी नाच का कार्यक्रम शुरू हो गया और कृष्णा उसके पीछे से निकलने लगा। इसी दौरान अचानक घोड़ी ने दुल्लती मार दी। उसका बायां पैर बच्चे के सिर से टकरा गया। बच्चा उछलकर गिरा और बेहोश हो गया। मोहल्ले व परिवार के लोग बच्चे को बेहोशी की हालत में पहले कर्रही और फिर साकेतनगर स्थित हॉस्पिटल ले गए।
वहां से उसे रीजेंसी हॉस्पिटल के लिए रेफर कर दिया गया। सोमवार दोपहर इलाज के दौरान बच्चे की मौत हो गई। हनुमंत विहार थाना प्रभारी उदय प्रताप सिंह ने बताया कि पूरी घटना सीसीटीवी में भी कैद हो गई।
परिजनों ने इसे हादसा मानते हुए पुलिस से पोस्टमार्टम न कराने की गुहार लगाई। साथ ही किसी भी तरह की कार्रवाई से इंकार कर दिया। कोई तहरीर भी नहीं दी है।
कृष्णा की मौत के बाद मां स्वाति और भाई शिवा के आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे। स्वाति के अनुसार, कई मंदिरों में मिन्नतें मांगने पर 11 साल बाद उनके दूसरी संतान हुई थी। उन्हें क्या पता कि घोड़ी का नाच देखने जा रहा उनका बेटा सदा के लिए छिन जाएगा। इसके बाद वह बेटे के शव से लिपट कर रोते-रोते बदहवास हो गईं।
