डीएम समेत 45 लोगों के बयान दर्ज
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लखनऊ लौटे न्यायिक जांच आयोग के सदस्य, बचे गवाह जल्द होंगे तलब
संभल। संभल में हुए बवाल में न्यायिक जांच आयोग ने अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान कुल 45 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। इसमें स्थानीय लोगों के साथ घटना के समय मौके पर मौजूद अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं। जिले के डीएम, एडीएम और एसडीएम के भी बयान दर्ज किए गए हैं। शनिवार को न्यायिक जांच आयोग के सदस्यों ने निरीक्षण भवन में डीएम डॉ.राजेंद्र पैंसिया, एसडीएम वंदना मिश्रा, कई डॉक्टर और पब्लिक के गवाहों के बयान दर्ज किए।
न्यायिक जांच आयोग के सदस्य पूर्व डीजीपी एके जैन ने बताया कि दो दिन में डीएम, एडीएम, एसडीएम, डॉक्टर, पब्लिक के गवाह आदि 45 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। यह बयान उन लोगों के दर्ज किए हैं, जिनके शपथ पत्र या प्रार्थना पत्र आयोग को मिले थे। जो शेष बचे हैं उनके बयान भी दर्ज किए जाएंगे।
कोर्ट में हरिहर मंदिर का दावा करने संबंधी याचिका के वादी महंत ऋषिराज गिरि महाराज के भी बयान दर्ज किए गए हैं। इससे पहले अधिवक्ता विष्णु शंकर जैन, जिला अस्पताल के कर्मचारी, जामा मस्जिद सर्वे से जुड़े मामले में शामिल अधिवक्ताओं के भी बयान लिए गए। मालूम हो जामा मस्जिद सर्वे के दौरान बवाल हो गया था।
इसमें पांच लोगों की जान गई थी। 29 पुलिसकर्मी और कई लोग घायल हो गए थे। उपद्रवियों ने पुलिस पर फायरिंग की थी और आगजनी व तोड़फोड़ कर दी थी। इस घटना के चलते तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया था। इस तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग में रिटायर्ड जज देवेंद्र अरोड़ा अध्यक्ष हैं। रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी और पूर्व डीजीपी एके जैन व रिटायर्ड आईएएस अधिकारी अमित मोहन प्रसाद सदस्य के रूप में शामिल हैं।
संभल बवाल के 77 आरोपी मुरादाबाद के जेल में बंद हैं। उनके बयान भी दर्ज किए गए हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से यह बयान दर्ज हुए। न्यायिक जांच आयोग के सदस्य पूर्व डीजीपी एके जैन ने बताया कि और जो आरोपी आएंगे, उनके बयान भी दर्ज किए जाएंगे।
बताया कि जो गवाह बचे हैं, उनके बयान लेने के संबंध में यहीं कोई तारीख तय की जाएगी, या फिर लखनऊ तलब किया जाएगा। उन्होंने बताया कि घटना के संबंध में जिस किसी के पास भी कोई सूचना हो तो वह आयोग के साथ साझा कर सकता है।
