प्रदेश में दोहरा मापदंड’: काली पट्टी बांधकर विरोध करना हमारा अधिकार, संभल सांसद ने वक्फ संशोधन बिल यह कहा
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संभल। वक्फ संशोधन बिल के विरोध में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क भी आगे आए हैं। सांसद सोमवार को ईद उल फितर की नमाज अदा करने के लिए मुख्य ईदगाह पहुंचे थे। पहले उन्होंने नमाज अदा की और फिर लोगों से गले मिलकर ईद की मुबारकबाद दी। इसके बाद सांसद से मीडिया से बात की।
सांसद बोले कि नमाज अदा करना कोई बड़ी बात नहीं है, बल्कि यह हमारा फर्ज है। हमारी धार्मिक परंपरा का हिस्सा है। इस्लाम में सामूहिक रूप से नमाज अदा करना अनिवार्य है। इस कारण इसे घर पर नहीं पढ़ा जा सकता। सांसद ने सड़क और छत पर नमाज न पढ़ने के संबंध में बताया कि देश और प्रदेश में दोहरा मापदंड नहीं अपनाया जाना चाहिए।
हिंदू समाज के आयोजनों से हमें कोई आपत्ति नहीं हैं, तो फिर दस मिनट के लिए ऐसा क्यों नहीं हो सकता। संविधान से देश चलता है और संविधान कोई धार्मिक ग्रंथ नहीं है। हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। सांसद ने कहा देश के नागरिक हैं तो हमारा भी अधिकार है। जनता की आवाज को वह मजबूती से उठाएंगे।
उन्होंने मांग कि हर धर्म और समुदाय को समान अधिकार मिलना चाहिए। सांसद ने कहा कि वक्फ संशोधन बिल का विरोध किया जाएगा। इसके विरोध में ज्ञापन देंगे और संसद में विरोध दर्ज कराएंगे। इसके बाद जरूरत पड़ने पर वह कोर्ट भी जाएंगे। काली पट्टी बांधकर विरोध जताना उनका अधिकार है। संभल की ईदगाह पर ऐसे लोग आए हैं तो यह अच्छा है।
