पूरे प्रदेश के स्वास्थ्य कर्मी एक साथ धरने पर, उपकेंद्रों पर सेवाएं प्रभावित, बेहोश हुईं सीएचओ
1 min readलखनऊ। प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) ईको गार्डन में धरने पर बैठे हैं। ऐसे में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों (उपकेंद्रों) में मिलने वाली उपचार संबंधी सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। सीएचओ का कहना है कि मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा। विभिन्न मांगों को लेकर चार दिन से प्रदेश के करीब 10 हजार से अधिक सीएचओ ईको गार्डन में धरना दे रहे हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत कार्यरन सीएचओ मध्य प्रदेश, राजस्थान सहित अन्य राज्यों में मिलने वाली सुविधाएं देने, एनएचएम कार्मिकों को 10 वर्ष बाद नियमित करने, समान कार्य समान वेतन, स्थानांतरण, कैडर बनाने आदि की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर मिशन निदेशक ने आश्वासन दिया, लेकिन वे आदेश जारी करने की मांग पर अड़े हुए हैं। ईको गार्डन में हर दिन विभिन्न जिलों से सीएचओ पहुंच रहे हैं। ऐसे में आयुष्मान आरोग्य मंदिरों में लोगों को मिलने वाली उपचार संबंधी सुविधाएं प्रभावित हो रही हैं। धरने में प्रमुख रूप से योगेश उपाध्याय, हिमालय कुमार, प्रदीप राजपूत आदि मौजूद रहे।
प्रदेश में करीब 25 हजार आयुष्मान आरोग्य मंदिर हैं, जिसमें 17 हजार सीएचओ कार्यरत हैं। आरोग्य मंदिरोंं मं 14 प्रकार की जाचें, 58 तरह की दवाएं दी जाती हैं। हर दिन करीब 10 हजार से अधिक मरीज देखे जाते हैं।
ईको गार्डन में चल रहे धरने के दौरान सीएचओ अंजलि यादव की हालत बिगड़ हुई। उसके बेहोश होने से कुछ समय के लिए अफरा- तफरी का माहौल हो गया। कई महिला सीएचओ रोने लगीं। बेहोश अंजलि को आनन- फानन में पास ही स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत में सुधार बताया जा रहा है।