आरओ-एआरओ परीक्षा: पहली बार एआई से होगी निगरानी, 2382 केंद्रों पर शामिल होंगे करीब 11 लाख अभ्यर्थी
1 min read
लखनऊ। उप्र. लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की 27 जुलाई को होने वाली समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) की परीक्षा को शुचितापूर्ण और पारदर्शी तरीके से संपन्न कराने के लिए सरकार ने कड़ी व्यवस्थाएं की हैं। परीक्षा में कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए एआई से लेकर सीसीटीवी और सोशल मीडिया के जरिये निगरानी की जा रही है।
यह परीक्षा सभी 75 जिलों में परीक्षा सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक एक पाली में होगी। परीक्षा में 10.76 लाख से अधिक अभ्यर्थी शामिल होंगे। इसके लिए 2382 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। हर जिले में डीएम को नोडल बनाया गया है जो परीक्षा की निगरानी करेंगे और आवश्यकतानुसार त्वरित निर्णय लेंगे। परीक्षा की गोपनीयता के लिए प्रश्नपत्र दो अलग-अलग सेट दो अलग-अलग मुद्रकों से तैयार कराए गए हैं। प्रश्नपत्र का चयन कंप्यूटर आधारित रैंडमाइजेशन से ठीक परीक्षा शुरू होने से 45 मिनट पूर्व किया जाएगा। सभी प्रश्नपत्र आठ मल्टीपल जंबल्ड सीरीज में होंगे जिन पर यूनिक एवं वैरिएबल बारकोड भी होंगे। प्रश्नपत्रों को त्रिस्तरीय लॉक वाले गोपनीय ट्रंक बॉक्स में रखा जाएगा जो पांच स्तरीय टेम्पर्ड प्रूफ पैकिंग से सुरक्षित होंगे। पूरी प्रक्रिया की निगरानी लाइव सीसीटीवी स्ट्रीमिंग के जरिये होगी। सोशल मीडिया पर किसी भी अफवाह, लीक या अनुचित गतिविधि की निगरानी के लिए विशेष सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल भी बनाया गया है।
अभ्यर्थियों का केंद्र आवंटन कंप्यूटर रैंडमाइजेशन से किया गया है। ई प्रवेश पत्र को ओटीआर (वन टाइम रजिस्ट्रेशन) आधारित सत्यापन प्रक्रिया से जोड़ा गया है। प्रवेश के समय बायोमीट्रिक सत्यापन और फेस रिकग्निशन से अभ्यर्थी की पहचान की जाएगी। अभ्यर्थियों की तलाशी की जिम्मेदारी पुलिस बल और कार्यदायी संस्था साझा रूप से निभाएंगे। परीक्षा केंद्रों पर निगरानी के लिए एक सेक्टर मजिस्ट्रेट, एक स्टैटिक मजिस्ट्रेट, केंद्र व्यवस्थापक, दो सह केंद्र व्यवस्थापक तथा प्रशिक्षित अंतः परीक्षक तैनात किए जाएंगे। परीक्षा केंद्रों में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। एलआईयू व एसटीएफ भी परीक्षा की निगरानी कर रहे हैं।
