उप्र में 23 आईपीएस अधिकारियों को मिली नई तैनाती, आदेश जारी, प्रेमसुख दरिया को भेजा गया आजमगढ़
1 min read
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 2023 एवं 2024 बैच के 23 प्रशिक्षु भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारियों को जनपदीय प्रशिक्षण के लिए बुधवार को जिलों एवं पुलिस आयुक्तालयों का आवंटन कर दिया गया। कार्मिक विभाग के अपर पुलिस महानिदेशक (कार्मिक) शलभ माथुर ने इस संबंध में आदेश जारी किए। ये प्रशिक्षु अधिकारी अब अपने-अपने आवंटित जिलों में रिपोर्ट करने की तैयारी में जुट गए हैं। जनपदीय प्रशिक्षण को IPS अधिकारियों के करियर की शुरुआती और सबसे महत्वपूर्ण कड़ी माना जाता है, जिसमें उन्हें मैदानी स्तर पर कानून-व्यवस्था, अपराध अनुसंधान, ट्रैफिक प्रबंधन, विशेष अभियानों तथा प्रशासनिक कार्यों का व्यावहारिक अनुभव मिलता है। आदेश के अनुसार, अभय राजेन्द्र दागा को आगरा कमिश्नरेट, दिनेश गोदरा को गोरखपुर, अंजना दहिया को बरेली, जबकि ईश्वर लाल गुर्जर को प्रयागराज कमिश्नरेट भेजा गया है। इसी क्रम में अंकित बंसल को बिजनौर, मो. आफताब आलम को प्रतापगढ़, बजरंग प्रसाद को मेरठ, और मानसी को वाराणसी कमिश्नरेट में तैनाती दी गई है। इसके अलावा दीक्षा मोरिया को नोएडा कमिश्नरेट, श्रुति जैन को जौनपुर, सुमेध मिलिंद जाधव को कानपुर कमिश्नरेट, और प्रेमसुख दरिया को आजमगढ़ भेजा गया है। जयबिंद कुमार गुप्ता की तैनाती मथुरा, कनिष्क आर. जमकर की मिर्जापुर, एस. दीप्थी चाहवाण की गाजियाबाद कमिश्नरेट, और प्रदीप कुमार की गोण्डा में की गई है। सम्यक चौधरी को अलीगढ़, संचित वर्मा को उन्नाव, सारिका चौधरी को लखनऊ कमिश्नरेट, श्लोक गौतम को बांदा, सिमरन सिंह को सहारनपुर, शुभम जैन को अयोध्या, और विनय कुमार यादव को झांसी भेजा गया है।पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार, इन प्रशिक्षु आईपीएस अधिकारियों को अब अपने-अपने जिलों में अनुभवी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की देखरेख में विभिन्न शाखाओं—जैसे कानून-व्यवस्था, अपराध शाखा, ट्रैफिक, स्पेशल ऑपरेशंस और जनसंपर्क के कार्यों की गहन समझ दी जाएगी। प्रशिक्षण अवधि पूरी होने के बाद ये अधिकारी स्वतंत्र जिम्मेदारियों के लिए तैयार माने जाते हैं। माना जा रहा है कि नई तैनाती से जिलों में पुलिस कार्यप्रणाली को नए आयाम मिलेंगे और प्रशिक्षुओं को जमीनी हकीकत को समझने का व्यापक अवसर प्राप्त होगा।
