आजमगढ़ : एसएसपी डॉक्टर अनिल कुमार को मानवाधिकार की नोटिस, 23 जनवरी तक मांगी आख्या
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आजमगढ़। उत्तर प्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग ने आजमगढ़ जिले के कंधरापुर थाना क्षेत्र में 30 नवंबर को हुई एक कथित पुलिस मुठभेड़ की घटना पर संज्ञान लेते हुए एसएसपी आजमगढ़ से जवाब तलब किया है। यह कार्रवाई समाजसेवी एवं पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर की शिकायत पर की गई है। शिकायत में आरोप लगाया गया है कि जौनपुर जिले के थाना खुटहन क्षेत्र के ग्राम पटैला निवासी परवेज पुत्र मुनीर अहमद को 30 नवंबर की सुबह पुलिसकर्मी जिला अस्पताल आजमगढ़ के इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर डॉ. महेंद्र कुमार के पास लेकर आए और उसे सड़क दुर्घटना (RTA) में घायल व्यक्ति बताया। मेडिकल जांच में परवेज की दाहिनी कमर पर दो गोली के घाव मिले। इसके बाद डॉक्टर पर अपनी मेडिकल रिपोर्ट बदलकर इसे सड़क दुर्घटना दिखाने का भारी दबाव डाला गया, लेकिन डॉ. महेंद्र कुमार ने दबाव में आने से इनकार कर दिया। इसके बाद पुलिस ने परवेज को अन्तर्जनपदीय अपराधी व पशु तस्कर बताते हुए यह दावा किया कि एनकाउंटर में उसे 2-3 गोली लगीं और उसके पास से 18 मवेशी बरामद हुए। साथ ही उसके कब्जे से एक पिस्टल, एक जिंदा कारतूस और एक खोखा कारतूस भी बरामद दिखाया गया।आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसएसपी आजमगढ़ को निर्देश दिया है कि वे शिकायतकर्ता अमिताभ ठाकुर को उचित अवसर देते हुए पूरी घटना की जांच करें और 23 जनवरी 2026 तक अपनी आख्या आयोग में प्रस्तुत करें। मामले की अगली सुनवाई 27 जनवरी 2026 को होगी।
