पुलिस डकार गई लाखों रुपये के चोरी के आभूषण, थानेदार सहित चार पुलिसकर्मी सस्पेंड
1 min readकानपुर। कानपुर पुलिस एक बार फिर सवालों के घेरे में है. पुलिस कर्मियों पर चोरों से बरामद लाखों रुपयों के गहनों को गबन करने का आरोप लगा है. बताया जाता है कि बर्रा थाना क्षेत्र में कुछ समय पूर्व एक में लाखों की चोरी हुई थी जिसमें जेवर और नकदी शामिल थी. इस मामले की जांच बर्रा थाना पुलिस कर रही थी. चोरों ने चोरी के जेवर जिस सराफा व्यापारी को बेचे थे, पुलिस ने उसी सराफा व्यापारी से लाखों के सोने के जेवर लेकर डकार लिया. इस मामले में पुलिस के आलाधिकारियों ने आरोपी पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है.
दरअसल बर्रा थाना क्षेत्र में रहने वाले एक शिक्षिका के घर में कुछ समय पहले चोरों ने लाखों के सोने के जेवर और नकदी पार कर दी थी. इस मामले मे पुलिस जांच करने रेलबाजार थाने के क्षेत्र तक पहुंची. जहां चोरों ने चोरी का समान बेचा था. एक थाने से दूसरे थाने ने मदद ली और बर्रा थाने की पुलिस ने रेलबाजार पुलिस को मामले की जानकारी दी. विभाग की जांच में सहयोग करने के नाम पर रेल बाजार पुलिस ने चोर के बेचे गए सोने के माल की जानकारी होते ही सराफा कारोबारी को हिरासत में लिया और उसे लाखों के सोने को अपने कब्जे में ले लिया और इस मामले की जानकारी बर्रा थाने को नहीं दी.
जब बर्रा थाने की पुलिस ने जांच आगे बढ़ाई तो पता चला कि रेल बाजार थाना के प्रभारी विजय दर्शन, दरोगा नवीन श्रीवास्तव, हेड कांस्टेबल सुभाष तिवारी और हमिल हाफिज ने सराफा व्यापारी से लाखों के चोरी के सोने को अपने कब्जे में लेकर बंदर बांट कर लिया है. जिसके बाद बर्रा पुलिस ने इसकी जानकारी अधिकारियों को दी. अधिकारियों ने मामले के लिए एक टीम गठित कर जांच शुरू कर दी है. रेलबाजार पुलिस पर लगे चोरी के सोने को अपने कब्जे में लेकर हड़पने के तथ्य सामने आने पर अधिकारियों ने इस दोषी पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है. इस मामले में अपर पुलिस आयुक्त कानून व्यवस्था हरिश्चंद्र ने बताया कि, चोरी के प्रकरण में चोरी किए गए चोरों द्वारा माल को जिस सराफा व्यापारी को बेचा गया था. उसी सराफा कारोबारी से रेल बाजार पुलिस थाने के प्रभारी एक दरोगा दो कांस्टेबल ने अपने कब्जे में ले लिया और इसकी जानकारी जांच कर रहे अधिकारी को नहीं दी थी. इस मामले मे आरोपी पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया गया है. बर्रा थाने में दर्ज हुए चोरी के मामले में सभी चारों आरोपी पुलिसकर्मियों को चोरी के प्रकरण में आरोपी मानकर संबंधित धाराओं के साथ जोड़ा जाएगा.