विधान परिषद में उठा शिब्ली के राष्ट्रीय ध्वज अपमान का मामला
1 min readएलएलसी Ram Surat Rajbhar ने कहा समूचा आजमगढ़ अपमानित महसूस कर रहा है
प्राचार्य के विरुद्ध वैधानिक, विभागीय तथा दंडात्मक कार्रवाई करने की सरकार से किया मांग
लखनऊ। सदस्य विधान परिषद रामसूरत राजभर ने कहा कि “मैं इस सूचना के माध्यम से सदन का ध्यान आजमगढ़ के चर्चित अल्पसंख्यक संस्था शिब्ली नेशनल कालेज में बीते 15 अगस्त-24 (स्वतंत्रता दिवस) समारोह में ध्वज सलामी के दौरान प्राचार्य द्वारा राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा का अपमान करने के कुकृत्य पर आकृष्ट कराना चाहता हूं। उक्त घटना की वीडियो सोशल मीडिया पर लाखों लोगों ने देखा। इस घटनाक्रम से समूचा आजमगढ़ अपमानित महसूस कर रहा है। किसी देश के राष्ट्रीय ध्वज का अपमान, उस राष्ट्र का अपमान होता है और यह अपमान जानबूझकर किया गया है। प्रश्नगत प्रकरण में गृहविभाग और मुख्यमंत्री कार्यालय से शिकायतों के बाद डीएम एसपी ने जांच समिति गठित की। जांच कमेटी की रिपोर्टो के बाद घटना सही पायी गई है। प्राचार्य द्वारा वायरल वीडियो में स्वयं के होनी की बात भी स्वीकार की गई है। प्राचार्य के दोषी सिद्ध होने पर जिलाधिकारी द्वारा शिब्ली के मैनेजमेंट/नियुक्ति प्राधिकारी को प्राचार्य के विरुद्ध कार्रवाई करने का आदेश दिया गया। बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गयी। डीएम ने क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी वाराणसी को कार्रवाई सुनिश्चित कराने का आदेश दिया। बावजूद मैनेजमेंट द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गयी। बल्कि आरोपी प्राचार्य को ही बचाने में लग गई। यह विधि व्यवस्था और कानून के राज पर सवाल खड़ा होता है। अतः मैं लोक महत्व के इस सुनिश्चित विषय पर सदन का ध्यान आकृष्ट करते हुए राष्ट्रीय गौरव और हमारी अखंडता संप्रभुता का सबसे बड़ा प्रतीक राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा के अपमान के दोषी प्राचार्य के विरुद्ध वैधानिक, विभागीय तथा दंडात्मक कार्रवाई करने की मांग सरकार से करता हूं। जिससे ऐसे घटनाक्रमों की पुनरावृत्ति न हो।