यूपी में महिलाओं की खरीद-फरोख्त का भंडाफोड़
1 min readदिल्ली में टूटा सौदा तो राजस्थान में बेंची औरत, खुले राजमती के राज
गोरखपुर। महिलाओं की खरीद-फरोख्त करने वाले गिरोह से जुड़ी गोरखपुर स्थित तिवारीपुर थाना क्षेत्र के बिलंदपुर की राजमती फैक्टरियों में काम करने वाली महिलाओं और लड़कियों को जाल में फंसाती है। पुलिस के मुताबिक, उन्हें मोटी रकम का लालच देकर दूसरे राज्यों में बेच देती है। जाल में फंसी रीता ने पुलिस को बताया कि राजमती लगातार उसका और उसकी बेटी का पीछा करती रही। बेटी नहीं फंसी तो एक दिन उसे ही समोसे में नशा देकर गिरोह के साथ दिल्ली के बीयर बार में बेचने की कोशिश की। सौदा नहीं पटा तो फिर राजस्थान में बेच डाला..। आरोपी महिला बिलंदपुर में प्रधानमंत्री आवास योजना से मकान बनवाकर रहती है। आस-पास के लोग भी उसके कारनामे को जानकर हैरान हैं। उनका कहना है कि हमेशा वह गायब रहती है। उसके परिवार के लोग ही घर पर दिखते हैं। इधर कुछ दिनों से वह बिल्कुल भी नहीं दिख रही है।
रीता ने पुलिस को बताया है कि राजमती कई दिनों से उसके आगे-पीछे घूम रही थी। खलीलाबाद में जिस फैक्टरी में काम करती थी, हमेशा उसके बाहर वह मिल जाती थी। वहां अन्य महिलाओं से भी वह बातें करती थी। उसने भी उससे बात करना शुरू किया। पहले उसने उसकी बेटी को बेचने का प्रयास किया था। इसके लिए बेटी के मोबाइल पर कॉल कर 50 हजार रुपये की नौकरी दिलाने का झांसा भी दिया। बेटी समझदार है, उसने बात करना बंद कर दिया। एक दिन बेटी के मोबाइल पर कॉल कर उसे अकेले में मिलने के लिए भी बुलाया था। उस दिन बेटी ने मोबाइल स्वीच आॅफ कर दिया तो उससे शिकायत करने लगी। इस पर राजमती पर नाराज भी हुई। इसके बाद खुद उसकी बातों में फंस गई। आरोप है कि रीता का अपहरण कर राजमती ने उसे राजस्थान के थाना थोई जनपद नीम में बेच दिया था। वहां एक व्यक्ति से उसकी कोर्ट मैरिज भी कराई गई। शादी का एक कागज वायरल हो रहा है, इसमें एक गवाह के रूप में राजमती देवी पत्नी शिवलाल और दूसरे गवाह में राजस्थान के सीकर जिला ढाणी मोतीवाली झाडली निवासी सीताराम पुत्र मलाराम गुर्जर का नाम दशार्या गया है। रीता ने रामगढ़ताल इलाके की एक किशोरी के बारे में भी बताया है कि वह भी वहां बंधक है। रीता के बताने के बाद एसएसपी के निर्देश पर रामगढ़ताल इलाके में थाने में किशोरियों की गुमशुदगी के केस खंगाले जा रहे हैं। अभी ऐसी कोई किशोरी नहीं मिल पाई है। पुलिस टीम राजस्थान जाने की तैयारी कर रही है। एक अगस्त को बात करने के दौरान ही राजमती ने अपने पास से समोसा निकाल कर दिया। खुद भी समोसा खाने लगी। थोड़ी देर बाद रीता अचेत हो गई। होश आया तो खुद को दिल्ली स्टेशन पर पाया। वहां इसके गिरोह के दो पुरुष और महिलाएं भी मौजूद थीं। वे उन्हें बीयर बार में बेचने ले गए। वहां सात लाख रुपये की बोली लगी। उनके विरोध पर डील टूट गई। इस पर राजमती काफी नाराज हुई। इसके बाद उन्हें राजस्थान ले जाकर बेच दिया। रीता ने बताया कि उन्हें खोजने में पति ने बहुत अधिक प्रयास किया। तभी दोबारा घर वापस आ सकी। गोरखपुर के तिवारीपुर क्षेत्र के सूरजकुंड बिलंदपुर की रहने वाली आरोपी राजमती खलीलाबाद कोतवाली में खुद को निर्दोष बताती रही। दावा किया कि उसे झूठे आरोप में फंसाया जा रहा है। उसने रीता के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि उसे बेचा नहीं गया था। राजमति ने कहा कि रीता के राजस्थान जाने के मामले में उसकी कोई भूमिका नहीं है। उसको बेवजह प्रताड़ित किया जा रहा है और मुकदमे का डर दिखाया जा रहा है।