14 माह बाद कंकाल ने खोला हत्या का राज
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शिक्षक ने ही की थी 12वीं की छात्रा की हत्या
शाहजहांपुर। यूपी के शाहजहांपुर स्थित निगोही थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली छात्रा की हत्या के मामले में 14 महीने के बाद पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस के अनुसार, इंटर की छात्रा परीक्षा देकर लौटने के बाद लापता हो गई थी। उसका कंकाल गन्ने के खेत में मिला था। हत्या के आरोप में स्कूल के शिक्षक अमर सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
गांव में रहने वाले एक व्यक्ति की बेटी विद्यालय में कक्षा 12 में पढ़ती थी। 30 नवंबर को स्कूल से निकलते समय वह लापता हो गई थी। अंतिम बार उसे विद्यालय के शिक्षक अमर सिंह निवासी चन्यौरा ने देखा था। पिता की तहरीर पर पुलिस ने शिक्षक अमर, सचिन, अमन निवासी ग्राम हरसेली व कॉलेज प्रबंधक रामबरन वर्मा के खिलाफ अपहरण की धारा में केस दर्ज किया था। सात मार्च को गांव हरसैली में श्यामपाल के गन्ने के खेत में कंकाल बरामद हुआ था। कुछ दूरी पर सिर और बालों का गुच्छा मिला था। परिजन ने कपड़ों को देखकर बेटी का कंकाल होने की पुष्टि की थी। पुलिस ने डीएनए जांच कराई थी। विवेचना के दौरान पुलिस ने मुकदमे में हत्या, दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट की धारा को बढ़ाया। नवंबर में डीएनए रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद किशोरी का कंकाल होने की पुष्टि हुई। इसके बाद सीओ सदर प्रयांक जैन के नेतृत्व में क्राइम ब्रांच समेत तीन टीमों का गठन कर जांच शुरू की। पड़ताल के चलते सीन रिक्रिएशन भी किया गया था। पुलिस के अनुसार, अंतिम परीक्षा होने के चलते छात्रा का दोबारा कॉलेज आना संभव नहीं होता। ऐसे में पूर्व में छात्रा से संपर्क रखने वाला अमर सिंह परीक्षा छूटने के बाद बाइक से उसके पीछे निकला था। संभावना है कि गन्ने के खेत में ले जाकर दुष्कर्म किया और घटना को अंजाम दिया। चूंकि, छात्रा को दौरे पड़ते थे। आशंका है कि उसकी तबीयत खराब होने पर वह घर चला गया होगा। एसपी सिटी संजय कुमार ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में पत्रकार वार्ता में बताया कि आरोपी अमर सिंह को हरपरा मोड़ के पास से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। आरोपी के खिलाफ पुलिस के पास पर्याप्त इलेक्ट्रानिक साक्ष्य हैं। घटना के खुलासे के लिए एसपी ने पुलिस टीम को इनाम की घोषणा की है। विवेचक को दस हजार और बाकी टीम को 25 हजार रुपये का इनाम मिला है।
डीएनए सैंपल में पुष्टि होने के बाद पुलिस ने एसपी सिटी संजय कुमार की निगरानी में सीन रिक्रिएट किया। आरोपी अमर सिंह के बयान के आधार पर वह दो बजे विद्यालय से निकला और 2:30 बजे छात्रा को अंतिम बार देखा। पुलिस ने महिला सिपाही को साइकिल से आगे भेजकर पीछे अमर सिंह से बाइक को उसी गति में चलवाया। इस पर उसके बताए समय पर महिला सिपाही गांव को पार कर गई। एसपी सिटी संजय कुमार ने बताया कि आरोपी खुद ही अपने बयानों में फंस रहा है। मृतका के परिजनों का गांव के दो लोगों से विवाद हो गया था। बेटी के लापता होने व कंकाल मिलने के बाद परिजनों ने उन्हें भी नामजद कर दिया था। हालांकि घटना में उनकी संलिप्तता सिद्ध नहीं हुई है। पुलिस की प्रथमदृष्टया जांच में अमर सिंह का छात्रा से प्रेम-प्रसंग होने की बात सामने आई है। पुलिस के अनुसार, घटना वाले दिन आरोपी की पत्नी बीमार होने के चलते अस्पताल में भर्ती थी। उसने अपनी पत्नी को करीब 15 बार कॉल की थी, लेकिन वारदात को अंजाम देकर दो बजे के बाद कोई कॉल नहीं की। वह अपने घर जाकर सो गया। इस बीच एक घंटा उसका मोबाइल नंबर बंद भी रहा। सोकर जागने पर पीड़िता के परिजन के साथ छात्रा की तलाश शुरू की। हत्या के तरीके की अभी तक पुष्टि नहीं हो पाई है। पुलिस का कहना है कि आरोपी ने गन्ने के खेत में ले जाकर वारदात को अंजाम दिया। छात्रा की तबीयत बिगड़ने पर छोड़कर भाग आया। यह भी बताया कि छात्रा के पड़े रहने के कारण जंगली जानवर गर्दन को अलग कर दूसरी जगह ले गए होंगे। दूसरी ओर अमर सिंह ने हत्या की घटना से इन्कार कर दिया। उसने कहा कि आरोप तो लगते रहते हैं।
