रिटायरमेंट के तुरंत बाद राजनीति में जजों का आना सही? CJI चंद्रचूड़ बोले- पॉलिटिक्स ज्वाइन…
1 min readCJI Chandrachud: चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) डीवाई चंद्रचूड़ ने जजों के रिटायर होने के बाद तुरंत राजनीति में आने पर टिप्पणी की है। सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा है कि जजों को रिटायरमेंट के तुरंत बाद पॉलिटिक्स में जाने के लिए थोड़ा समय लेना चाहिए। सीजेआई ने कूलिंग ऑफ पीरियड होने की बात कही। उन्होंने यह भी कहा कि पॉलिटिक्स ज्वाइन करनी चाहिए या नहीं, यह अलग मामला है।
दिए इंटरव्यू में सीजेआई चंद्रचूड़ से हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के जजों के रिटायर होने के तुरंत बाद राजनीति में आने को लेकर सवाल पूछा गया। इस पर उन्होंने कहा कि यह किसी का भी पर्सनल मामला है, लेकिन अगर आप मेरी राय जानना चाहते हैं तो फिर यह है कि जज जब रिटायर होते हैं तो उन्हें राजनीति में जाने से पहले थोड़ा गैप देना चाहिए।
उन्होंने कहा, ”राजनीति में जाना चाहिए या नहीं, यह तो बहस का मामला है, लेकिन अगर राजनीति में जाना चाहते हैं तो कूलिंग ऑफ पीरियड होना जरूरी है। जब आप एक बार जज बन जाते हैं तो जिंदगीभर जज ही रहते हैं, फिर चाहे अदालत में हों या फिर रिटायर हो जाएं। जब भी कोई इंसान देखना है आपको तो जज की नजर से ही देखता है।” चंद्रचूड़ ने पूछा कि यदि कोई जज आज कोर्ट में है और कल पॉलिटिक्स ज्वाइन कर ले तो लोग क्या सोचेंगे?
इंटरव्यू में सीजेआई से जजों की छुट्टियों को लेकर भी सवाल किया गया। इस पर सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि आम लोगों को लगता है कि कोई भी केस सिर्फ दो मिनट में सुना गया और उसका फैसला हो गया, लेकिन इसके पीछे जज को एक केस के लिए आधा घंटा तो बड़े मामलों के लिए तीन घंटे तक पढ़ना पड़ता है। यही नहीं, शनिवार और रविवार जैसे छुट्टियों वाले दिन भी जज पेंडिंग फैसलों को लिखवाते हैं।