आजमगढ़: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 9 जुलाई को सठियांव के केरमा गांव में करेंगे विशाल जनसभा को संबोधित
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एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत 10,000 पौधे रोपित करने के कार्यक्रम में होंगे शामिल
आजमगढ़: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के जिलाध्यक्ष आजमगढ़ सदर, ध्रुव कुमार सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 9 जुलाई को जनपद आजमगढ़ के सठियांव ब्लॉक के केरमा गांव में पधार रहे हैं। इस अवसर पर वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चलाए जा रहे ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत 10,000 पौधे रोपित करने के कार्यक्रम में शामिल होंगे। इसके साथ ही, मुख्यमंत्री एक विशाल जनसभा को भी संबोधित करेंगे। कार्यक्रम की सफलता सुनिश्चित करने के लिए ध्रुव सिंह ने कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और तैयारियों का जायजा लिया।
इसके अतिरिक्त, जिलाध्यक्ष ध्रुव सिंह ने डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के जन्मदिवस के अवसर पर मिशन अस्पताल के सभागार में नगर अध्यक्ष मृगांक शेखर सिन्हा की अध्यक्षता में आयोजित गोष्ठी को संबोधित किया। उन्होंने बताया कि डॉ. मुखर्जी की जयंती जिले के सभी 22 मंडलों में उत्साहपूर्वक मनाई गई।
ध्रुव सिंह ने गोष्ठी में डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी के योगदान को याद करते हुए कहा कि वे भारतीय जनसंघ के संस्थापक और प्रथम अध्यक्ष थे। उन्होंने नेहरू सरकार की गलत नीतियों का विरोध करते हुए 1951 में कैबिनेट से इस्तीफा देकर भारतीय जनसंघ की स्थापना की थी। 1952 के चुनावों में जनसंघ ने उनकी सीट सहित तीन संसदीय सीटें जीतीं।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 के लागू होने का कड़ा विरोध किया था, जिसके कारण वहां अलग संविधान, अलग प्रधान, और अलग निशान लागू था। डॉ. मुखर्जी ने ‘एक देश में दो विधान, दो प्रधान, दो निशान नहीं चलेगा’ का नारा देकर भारत की एकता और अखंडता के लिए संघर्ष किया। बिना परमिट जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने पर उन्हें गिरफ्तार कर नजरबंद किया गया, जहां उनकी रहस्यमयी परिस्थितियों में मृत्यु हो गई।
ध्रुव सिंह ने कहा, “डॉ. मुखर्जी ने भारत की एकता के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। उनके बलिदान को याद करते हुए हम नारा लगाते थे, ‘जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वह कश्मीर हमारा है।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनुच्छेद 370 और 35ए को हटाकर उनके अखंड भारत के सपने को साकार किया।”
इस अवसर पर डॉ. अशोक सिंह, सुक्खू राम भारती, शैलेंद्र अग्रवाल, धर्मवीर चौहान, नीरज सिंह, विवेक निषाद, संतोष चौहान, अवनीश चतुर्वेदी सहित अन्य कार्यकर्ता उपस्थित रहे। गोष्ठी में डॉ. मुखर्जी को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए।
