एमएलसी ने दैवीय आपदा विभाग आजमगढ़ में आवंटित हुये रूपयों का मांगा लेखा-जोखा
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आजमगढ़। विधान परिषद् स्थित दैवीय आपदा जांच समिति की बैठक में एमएलसी रामसूरत राजभर ने आजमगढ़ के आपदा विभाग व महुला गढवल बांध, देवारा क्षेत्र के बाढ़ से पीड़ित ग्रामीणों की समस्याओं को दैवीय आपदा समिति के अध्यक्ष इंजी अवनीश सिंह के समक्ष उठाया। इस दौरान विधान परिषद् सदस्य रामसूरत राजभर ने बताया कि 22-23 में 1249.43 लाख, 23-24 में 493.15 लाख आजमगढ़ के लिए आंवटित किया गया। उन्होंने बैठक में प्रश्न उठाया कि इस बजट का रूपया किन-किन मद में खर्च किया गया है और देवारावासियों को इसका कितना लाभ मिला, उसक सम्पूर्ण विवरण उपलब्ध कराने की मांग किया। इस प्रश्न को उठाए जाने की जानकारी देवारावासियों को हुई तो वह फूले नहीं समाएं और देवारा क्षेत्र की दिशा-दशा बदलने का प्रयास करने वाले एमएलसी श्री राजभर की तारिफ करते नजर आए। उन्होंने समिति के अध्यक्ष इंजी अवनीश सिंह के समक्ष स्पष्ट कहाकि बजट के सापेक्ष खर्च बहुत कम हुआ है जबकि सरकार ने आपदा से निपटने के लिए किसी भी तरह की कोई कटौती नहीं की थी। उन्होंने बैठक में महुला गढ़वल बांध की समस्या का स्थायी निदान कराने के लिए भी आवाज उठायी।
विधान परिषद् सदस्य रामसूरत राजभर ने आगे कहा कि देवारावासी आजादी के बाद से ही आज तक घाघरा की त्रासदी को झेल रहे है। सपा, बसपा बहुत-सी सरकारें आई और वे महज वोट लेकर देवारावासियों को ठगने का काम किये है जबकि भाजपा सरकार ने देवारा के लिए विकास के लिए बहुत से कदम उठाए है। देवारा के विकास और महुला गढवल बांध की समस्याओं के निस्तारण के लिए ही इस मुद्दे को दैवीय आपदा जांच समिति के अध्यक्ष इंजी अवनीश सिंह के बैठक में उठाया है जैसे ही खर्च का विवरण प्रस्तुत कर दिया जाएगा उसके बाद विवरण की समीक्षा होगी और लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों को तलब किया जाएगा। उन्होंने कहाकि मोदी और योगी सरकार जनता की सरकार हैं सबका साथ सबका विकास सबका विश्वास के साथ कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ मेरा गृह क्षेत्र है ऐसे में जनपद के विकास में कोई कोर कसर नहीं छोड़ूगा।