Latest News

The News Complete in Website

पहल : महुला गढ़वल बांध के नये भगीरथ बने एमएलसी रामसूरत 

1 min read

० विधान परिषद की दैवीय आपदा जांच समिति में उठाया एमजी बांध की समस्या।

०36 गांव की आबादी होती है हर साल प्रभावित।

० अघोरी रामसूरत ने जनसेवा का लिया है प्रण।

– डॉ अरविन्द सिंह 

सनातन धर्म की पताका जब निस्तेज होने लगी तो अघोरियों ने उसे अपने हाथों में थाम लिया और अपने तपोबल व सिद्धियों से इसे पुनर्स्थापित किया। अघोर के सबसे बड़े अघोरेश्वर स्वयं भगवान शिव हैं। अघोराचार्य बाबा कीनाराम ने अपनी सिद्धियों और तपोबल से समाज के वंचितों, गरीबों, रोगियों के कल्याण के लिए पूरा जीवन खपा दिया। समाज कल्याण के लिए बलुचिस्तान के पहाड़ों पर स्थित हींगलाज माता के मंदिर में दर्शन पूजन कर जनकल्याण के लिए 150 बरस तक लंबा जीवन जीया। एक कहानी के अनुसार हिंगलाज माता, देवी सती की अवतार हैं। तंत्र-मंत्र सिद्धियों की सबसे बड़ी देवी हैं।

पौराणिक कथाओं के मुताबिक, जब भगवान शिव माता सती के शरीर को लेकर विक्षिप्त अवस्था में तांडव नृत्य करने लगे, तब भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से माता सती के शरीर को 51 भागों में काट दिया था।

मान्यता है कि हिंगलाज में माता सती का सिर गिरा था.

इसीलिए, हिंगलाज को देवी सती के 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है।

हिंगलाज माता को हिंगोल नदी के तट होने के कारण हिंगुला देवी भी कहा जाता है. कीनाराम बाबा ने वाराणसी में क्रींकुण्ड को अपनी साधना स्थली बनायी। इस अघोराचार्य की शरण में लाखों लाख भक्तों ने अपने जीवन में भक्ति भाव का संचार किया और मानव कल्याण में रत हो गयें।

अघोर साधना से प्रभावित होकर आजमगढ़ की सियासी दुनिया से भी एक भक्त अघोरी बन गया। नाम है रामसूरत। जिसने बीते चार दशक से एक राजनीतिक सिद्धांतों से प्रभावित होकर उसी विचारधारा के साथ जीने मरने की कसमें खायी। ये अलग बात है कि इस दौरान अनेक दलों के दरवाज़े खुले लेकिन रामसूरत का दिल तो कमल के फूल से जा बैठा। लाभ-हानि, यश-अपयश से दूर एकला चलो के नारे को आत्मसात करने वाले रामसूरत ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी से लेकर अटल आडवाणी और दीनदयाल के सपनों को जीना सीख लिया। गरीबों के आंसुओं को पोंछने और वंचितों के लिए लड़ने वाले योद्धा की श्रेणी में आते हैं। रामसूरत अपने आप को अघोरी मानते हैं और मुख्यमंत्री से भी यह कहना नहीं भूलते हैं कि महाराज! आप गुरु गोरखनाथ के भक्त हैं तो हम अघोराचार्य बाबा कीनाराम के भक्त हैं। ये दोनों अघोरेश्वर भगवान शिव के अंश हैं। जीवन में अनेक उतार चढ़ाव देखा है। अपनों का साथ छूटते देखा तो गैरों का साथ मिलते देखा। सभी परिस्थितियों में धीर गंभीर बने रहने वाले एमएलसी रामसूरत राजभर ने बीते कुछ दिनों से जिन जिन मुद्दों को उठाया वे सभी मुद्दों जनहित और वंचितों के जीवन में परिवर्तन लाने वाले थे। स्वयं मुख्यमंत्री की आजमगढ़ मंडल की समीक्षा बैठक में अपनी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए थाना और तहसील की कार्य-संस्कृतियों को उजागर कर देना अघोरी रामसूरत के ही आत्मबल की बात थी। जो तब पूरी मीडिया की सुर्खियां बन गई। इधर वे आजमगढ़ के देवारांचल की जन समस्या और उनकी जीवन रेखा महुला गढ़वल बांध यानि एमजी बांध और उससे प्रभावित 36 गांवों की समस्या को विधान परिषद में उठाया। उठाया ही नहीं बल्कि हर साल बाढ़ के समय आती इस दैवीय आपदा के स्थायी प्रबंधन के बारे में सवाल उठता।

विधान परिषद लखनऊ के सभागार में दैवीय आपदा जांच समिति की अहम बैठक में सभापति इंजीनियर अवनीश सिंह के नेतृत्व में हुई बैठक में आजमगढ़ के विकास को लेकर विधान परिषद सदस्य रामसूरत राजभर ने कई मुद्दों को गंभीरता के साथ सभापति के सामने रखा

दैवीय आपदा जांच समिति के सदस्य रामसूरत राजभर ने पूर्व में महुला गढ़वल बांघ की समस्याओं को उठाया था ,

समस्या को गंभीरता से लेते हुए सभापति ने आजमगढ़ के आपदा विभाग के प्रभारी, जिला अधिकारी को भी बैठक में बुलवा चुके हैं।

इस बैठक के संपन्न होने के बाद रामसूरत राजभर ने महुला गढ़वल बांघ का निरीक्षण किया,

निरीक्षण के बाद जब विधान परिषद की बैठक हुई तो गंभीरता से बांध के स्थायी निर्माण और समाधान की बात को उठाया।

प्रमुख सचिव लोक निर्माण अजय चौहान और वन विभाग के प्रमुख सचिव अनिल कुमार भी अपने विभाग सहित तलब थें। सभी ने आश्वासन दिया कि महुला गढ़वल बांघ से होने वाली जो भी समस्या है, उसका स्थायी निस्तारण किया जाएगा, पुल निर्माण के लिए विभाग को पत्र लिखकर अवगत कराने का आदेश दिया।

इस खबर को सुनकर देवरांचल काफी खुश है।

बैठक में कई विभागों के प्रमुख सचिव मौजूद थे

विधान परिषद सदस्य रामसूरत राजभर ने कहा कि स्थानीय विधायक ने देवारा वासियों को सिर्फ धोखा दिया है, समाजवादी पार्टी के विधायक केवल चुनाव के समय देवारा वासियों को आश्वासन देते हैं, उनका वोट लेकर गायब हो जाते हैं , सदर सांसद धर्मेंद्र यादव ने जनता की विश्वास को धोखा दिया है, सपा परिवार केवल आजमगढ़ को छलने का काम किया है।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *