रावण’ ने कर ली आत्महत्या, अवैध पिस्टल से कनपटी से सटाकर मारी गोली
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मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर के अमित विहार कूकड़ा निवासी सरिया व्यापारी अमित भारद्वाज (50) ने अपने घर पर अवैध पिस्टल से गोली मार कर आत्महत्या कर ली। वह नई मंडी पटेलनगर रामलीला के निदेशक होने के साथ ही रावण का रोल अदा करते थे। पुलिस ने पिस्टल कब्जे में ले ली है। मौके से फोरेंसिक टीम को एक खोखा बरामद हुआ है।
नई मंडी के कूकड़ा अमित विहार में रहने वाले अमित भारद्वाज पिछले 15 साल से रामलीला में रावण का रोल करते आ रहे थे। उन्होंने राजवंश स्कूल के पास गोरा बिल्डिंग मटेरियल के नाम से सरिया की दुकान कर रखी थी। बेटी तनिषा जालंधर से बी-टेक की शिक्षा प्राप्त कर रही है और बेटा तनिष्क उनके साथ दुकान पर बैठता है।
सोमवार दोपहर वह रोजाना की तरह दुकान से घर आए। उस समय घर पर उनकी पत्नी, बेटा, बेटी, हरिद्वार में रहने वाला उनका छोटा भाई अंशु अपने परिवार के साथ मौजूद था। घर आने के बाद उन्होंने सभी से बातचीत की और इसके बाद ड्राइंग रूम में चले गए।
अमित भारद्वाज को ड्राइंग रूम में गए हुए 20 सेकेंड ही गुजरे थे, तभी परिजनों को ड्राइंग रूम से गोली चलने की आवाज सुनाई दी। जाकर देखा तो अमित भारद्वाज खून से लथपथ पड़े मिले। उन्होंने कनपटी पर सटाकर गोली मारी। परिजन उन्हें तुरंत ही इवान अस्पताल ले गए। वहां डाक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
उधर, सूचना पाकर नई मंडी कोतवाली पुलिस और फोरेंसिक विभाग की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने कमरे को सील कर जांच-पड़ताल की। पुलिस को एक खोखा पड़ा मिला। पुलिस ने पिस्टल कब्जे में ले ली। अमित भारद्वाज की मौत की सूचना पाकर समाजसेवी मनीष चौधरी सहित अन्य गणमान्य लोग मौके पर पहुंचे। सीओ नई मंडी रुपाली रॉय का कहना है कि अमित के ऐसा कदम उठाने के पीछे के कारण का अभी पता नहीं चला है।
जानकार लोगों ने बताया कि नई मंडी पटेलनगर में रामलीला को अमित भारद्वाज के बाबा रामेश्वर शर्मा ने शुरू कराया था। उनके बाद अमित के पिता और अब अमित भी रामलीला से जुड़े थे, उनकी मौत से शोक है। अमित को लोग मुजफ्फरनगर के रावण के नाम से भी जानते थे।