सामूहिक दुष्कर्म मामले में डीसीपी वरुणा किए गए डीजीपी आफिस अटैच, पीएम मोदी ने लिया था संज्ञान
1 min read
वाराणसी। कमिश्नरेट के वरुणा जोन की 19 वर्षीय युवती से सामूहिक दुष्कर्म के मामले में त्वरित गति से तरीके कार्रवाई न हो पाने का खामियाजा डीसीपी चंद्रकांत मीना को भुगताना पड़ा। सोमवार की देर रात 2018 बैच के आईपीएस चंद्रकांत मीना को डीजीपी आॅफिस से अटैच कर दिया गया। पुलिस कमिश्नरेट के वरुणा जोन के लालपुर पांडेयपुर थाना क्षेत्र की 19 वर्षीय एक युवती से शहर के अलग-अलग इलाकों में गत 29 मार्च से 3 अप्रैल तक सामूहिक दुष्कर्म किया गया। मामले को लेकर लालपुर पांडेयपुर थाने में 12 नामजद और 11 अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। 11 अप्रैल को काशी आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वारदात का संज्ञान लिया और पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल को त्वरित गति से प्रभारी कार्रवाई का निर्देश दिया। इस मामले में अज्ञात आरोपियों को चिन्हित करने का काम पुलिस कर ही रही थी कि तब तक सोमवार को एक 5 वर्षीय मासूम से दुष्कर्म की वारदात की एफआईआर लालपुर पांडेयपुर थाने में दर्ज की गई। इस पर प्रदेश सरकार ने डीसीपी वरुणा जोन चंद्रकांत मीना के पर्यवेक्षण में खामी पाते हुए उन्हें डीजीपी आॅफिस से अटैच कर दिया।