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उप्र के इस जिले में 15 दिन में एक आईपीएस, दो इंस्पेक्टर, दो दरोगा नपे; दो घटनाओं में गठित की गई एसआईटी

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वाराणसी। लालपुर-पांडेयपुर थाना, शिवपुर, दशाश्वमेध थाने की पुलिस की वजह से वाराणसी कमिश्नरेट को 11 दिन में दो घटनाओं में एसआईटी गठित करनी पड़ी। 15 दिन में एक आईपीएस, दो इंस्पेक्टर और दो थानेदार नप गए। दशाश्वमेध पुलिस ने तो मोहम्मद रेहान प्रकरण से अफसरों को भी चौंका दिया।

लालपुर-पांडेयपुर थाना क्षेत्र में युवती से सामूहिक दुष्कर्म मामले में काशी दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद अफसरों से बात की। वाराणसी से लखनऊ डीजीपी ऑफिस तक हलचल मची और 15 अप्रैल को वरुणा जोन के डीसीपी व आईएएस चंद्रकांत मीणा लखनऊ से संबद्ध हो गए, जिस लालपुर-पांडेयपुर थाने में थाना प्रभारी विवेक त्रिपाठी थे, उन्हें उसी थाने में एसएसआई बना दिया गया है।

जेल गए 14 आरोपियों के परिजनों ने पुलिस आयुक्त कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। युवती के संबंध में कई चौंकाने वाले तथ्य और जानकारियां दीं। तब पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने एसआईटी गठित की। शिवपुर थाना क्षेत्र के बड़ालालपुर में ज्ञानदीप स्कूल में अस्सिटेंट डायरेक्टर के कमरे में छात्र हेमंत पटेल की गोली मारकर हुई हत्या से कमिश्नरेट पुलिस के प्रति लोगों में गुस्सा दिखा। अलग-अलग राजनीतिक दलों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए।

कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने भी पुलिस आयुक्त से मुलाकात की। 27 अप्रैल को आईपीएस समेत तीन अफसरों की एसआईटी गठित हुई है। थाना प्रभारी निरीक्षक उदयवीर सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया। आंच अभी ठंडी नहीं हुई थी कि दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती के दौरान मोहम्मद रेहान की पिटाई में भी पुलिस की लापरवाही उजागर हुई। 28 अप्रैल को दशाश्वमेध थाना प्रभारी निरीक्षक योगेंद्र कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया।

चितईपुर थाना क्षेत्र के महामनापुरी कालोनी में 29 अप्रैल की सुबह करौंदी वार्ड के पार्षद श्याम भूषण शर्मा की चाची बृजबाला देवी से चेन लूट मामले में पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए भाजपा पार्षदों ने नाराजगी जताई। 30 अप्रैल को थानाध्यक्ष निकिता सिंह को हटाकर लोहता थाने की कमान सौंप दी गई।

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