पूरे प्रदेश में थमी बरसात, 31 तक किसी भी जिले में बारिश का पूर्वानुमान नहीं; बढ़ा दिन-रात का तापमान
1 min readलखनऊ। प्रदेश में बीते तीन दिनों से मानसून की रफ्तार कमजोर है। माैसम विभाग के मुताबिक फिलहाल भारी बारिश के आसार नहीं है। वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश में 28 अगस्त से अगले चार दिनों तक कहीं हल्की बारिश तो कहीं छिटपुट बूंदाबांदी हो सकती है। बंगाल की खाड़ी में विकसित हो रहे एक और वेदर सिस्टम से 31 अगस्त से भारी बारिश की परिस्थितियां बन सकती हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार को मथुरा में सर्वाधिक 50 मिमी बारिश दर्ज की गई। बाराबंकी में 48 मिमी, आगरा में 45 मिमी, एटा में 37 मिमी और मिर्जापुर में 35 मिमी बारिश हुई।
बारिश थमते ही उमस भरी गर्मी ने किया बेहाल
राजधानी में बुधवार को दिन चढ़ने के साथ धूप खिली और उमस भरी गर्मी ने सिर उठाया। दोपहर बाद थोड़ी बहुत बादलों की आवाजाही तो रही, लेकिन बारिश नदारद रही। बारिश पर लगाम लगते ही सोमवार से बुधवार के बीच दो दिनों में अधिकतम तापमान में 5.8 डिग्री का उछाल आ गया है। माैसम विभाग के पूर्वानुमानों के मुताबिक अगले चार दिनों तक उमस भरी गर्मी से राहत की उम्मीद नहीं है।
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक बृहस्पतिवार को राजधानी में हल्की फुहारें पड़ने की परिस्थितियां बन सकती हैं। शुक्रवार को माैसम शुष्क रहने के संकेत हैं। बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 3.2 डिग्री की उछाल के साथ 35.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ । वहीं रात का पारा 0.8 डिग्री की उछाल के साथ 26.2 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड हुआ।
लखनऊ में बीते कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश से हरी सब्जियों को नुकसान पहुंचा है। राजधानी के कृषि वैज्ञानिक डाॅ. सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि लता वाली सब्जियों तोरई, कद्दू, करेला आदि सब्जियों की लताएं सड़ गई हैं। हालांकि, धान के लिए यह बारिश अच्छी है।
टमाटर, गोभी, पालक, खीरा होंगे और महंगे
टमाटर, गोभी, पालक, खीरा आदि सब्जियों की अभी की लगाई गई नर्सरी भी खराब हो गई है। इससे आने वाले दिनों में ये सब्जियां और महंगी होंगी। इनकी नर्सरी दोबारा लगाने से बाजार में इनकी आवक भी देर से होगी।
