इकलौते बेटे की मौत: सड़क पर खून से लथपथ मिला व्यापारी का शव, हत्या का आरोप, दो घंटे किया चक्काजाम
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चंदौली। जिले के नियामताबाद थाना क्षेत्र के अलीनगर अंतर्गत नदेसर गांव के समीप रविवार देर रात लगभग दस बजे सरने गांव निवासी 27 वर्षीय आशु विश्वकर्मा का शव संदिग्ध परिस्थितियों में सड़क पर खून से लथपथ मिला। मृतक के सिर पर गंभीर चोटें थीं, जबकि घटनास्थल से कुछ दूरी पर उसकी बाइक खड़ी मिली। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम हेतु जिला अस्पताल भेज दिया।
आशु विश्वकर्मा, सरने गांव निवासी रामनरेश विश्वकर्मा का इकलौता पुत्र था। वह बौरी गांव में इलेक्ट्रॉनिक्स की दुकान चलाता था। रविवार रात करीब सवा नौ बजे दुकान बंद कर बाइक से घर लौट रहा था। इसी बीच रास्ते में उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही गांव में कोहराम मच गया।
सोमवार की सुबह परिजनों और ग्रामीणों ने हत्या का आरोप लगाते हुए न्याय व आर्थिक सहायता की मांग को लेकर पं. दीनदयाल उपाध्याय नगर-बबुरी मार्ग पर नदेसर के पास सड़क जाम कर दिया। प्रदर्शन का नेतृत्व प्रमोद कुमार बिंद व महेंद्र माही कर रहे थे।
जाम की सूचना पर थानाध्यक्ष अनिल कुमार पांडेय, क्षेत्राधिकारी कृष्णमुरारी शर्मा मौके पर पहुंचे और लोगों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन परिजन उपजिलाधिकारी को मौके पर बुलाने और परिवार को पट्टा देने पर अड़े रहे।
करीब दो घंटे तक चला जाम उस समय समाप्त हुआ, जब अपर पुलिस अधीक्षक अनंत चंद्र शेखर और उपजिलाधिकारी अनुपम मिश्र मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से वार्ता कर परिवार को पट्टा देने और मुख्यमंत्री किसान दुर्घटना बीमा योजना के तहत पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता दिलाने का आश्वासन दिया। इसके बाद ग्रामीणों ने जाम समाप्त किया।
घटना स्थल और जाम स्थल पर बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। इस दौरान भाजपा नेता राणा प्रताप सिंह, समाजवादी पार्टी नेता चंद्रशेखर यादव, महेंद्र माही, ग्राम प्रधान संतोष प्रजापति सहित महिलाओं व पुरुषों की भीड़ लगी रही।
उपजिलाधिकारी अनुपम मिश्र ने कहा कि मृतक का परिवार आर्थिक रूप से कमजोर है, उनके पास मात्र एक विश्वा जमीन है। सरकार की ओर से उन्हें पट्टा उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही मुख्यमंत्री किसान दुर्घटना योजना के तहत पांच लाख रुपये की आर्थिक मदद दी जाएगी।
