काशी में बोले श्यामलाल पाल- प्रदेश सरकार पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों की कर रही घोर उपेक्षा; लोग परेशान
1 min readवाराणसी। सपा के प्रदेश अध्यक्ष श्यामलाल पाल ने कहा कि पीडीए के समर्थन से सत्ता में आई डबल इंजन की सरकार पिछड़ों, दलितों और अल्पसंख्यकों की घोर उपेक्षा कर रही है। किसी भी प्रमुख प्रशासनिक पद डीएम, एसपी, थानाध्यक्ष या तहसीलदार पर पीडीए परिवार के लोगों को प्रतिनिधित्व नहीं मिल रहा है। उन्होंने शिवपुर विधानसभा के जाल्हुपुर में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष लल्ला यादव के आवास पर पत्रकारों से बातचीत की।
उन्होंने कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के बयानों की आलोचना की, कहा कि उन्हें न संविधान की समझ है, न लोकतंत्र और न ही पंचायती राज व्यवस्था की जानकारी है। चर्चा में रहने के लिए वे भाजपा के इशारे पर समाजवादी पार्टी के खिलाफ बयानबाजी करते हैं। जैसे दो स्टूल उप मुख्यमंत्री हैं। इस दौरान महेंद्र पाल पिंटू, उमेश यादव, आरएन यादव, जितेंद्र, गुंजन, हीरा और जयप्रकाश मौजूद रहे।
समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल प्रयागराज से सड़क मार्ग से रखौना, राजातालाब रिंगरोड पहुंचे। जिलाध्यक्ष सुजीत यादव लक्कड़ के नेतृत्व में पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इसके बाद वे पार्टी के नेता अजय मौर्या बबलू के आवास पर लंका पहुंचे। साथ ही उनकी माता स्व. ऊषा देवी को याद किया। इंदरपुर, रसूलपुर बड़ागांव जाकर शहीद सूबेदार प्रहलाद यादव के परिजनों से मिले।
बाद में पार्टी के नेता लवकुश पगड़ी के आवास जाल्हूपुर जाकर उनके पिता स्व. रामअवध को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। कटहलगंज में पार्टी के नेता संतोष प्रधान के घर उनकी दादी के निधन पर शोक जताया। प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल सर्किट हाउस में रात्रि विश्राम कर शुक्रवार सुबह 9 बजे सोनभद्र जाएंगे। स्वागत करने वालों में इस्तकबाल कुरैशी, उमेश प्रधान, महेंद्र पाल पिंटू, आरएन यादव, बाबूलाल यादव, लालू यादव रहे।
चंदौली के सपा सांसद वीरेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में तानाशाही चरम पर है। टैगोर टाउन आवास पर सपा सांसद ने कहा कि अब गरीबों को स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिनिर्वाण दिवस पर समारोह मनाने का भी अधिकार नहीं है। कहा कि सेनानी मंगल बियार के परिनिर्वाण दिवस पर चुनार में आयोजित समारोह प्रशासनिक दबाव डालकर रोका गया। पोस्टर-बैनर फाड़ दिए गए और मिशन सामग्री को भी बिखेर दिया गया।
सांसद ने कहा कि भाजपा सरकार गरीब समाज की आवाज को दबाने और सेनानियों को भुलाने की कोशिश कर रही है। समाजवादी पार्टी इस तानाशाही रवैये का विरोध करती रही है और आगे भी करती रहेगी। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अपने महापुरुषों के आदर्शों और बलिदानों को याद रखें और उनके बताए मार्ग पर चलें।
