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जासूस यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा का कनेक्शन उजागर, यूपी के युवक से थी संपर्क में

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मथुरा। पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार हरियाणा के हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा के मामले में नया खुलासा हुआ है। जांच में पता चला है कि ज्योति वृंदावन के एक युवक से लगातार संपर्क में थी। इस सूचना के आधार पर रविवार को सेना पुलिस वृंदावन थाने पहुंची और स्थानीय पुलिस के साथ जानकारी साझा की। पुलिस अब इस युवक की तलाश में जुट गई है, ताकि जासूसी नेटवर्क की गहराई तक पहुंचा जा सके।

ज्योति मल्होत्रा, जो अपने यूट्यूब चैनल ‘ट्रैवल विद जो’ के लिए जानी जाती हैं, पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए संवेदनशील जानकारी साझा करने का आरोप है। सेना पुलिस ने वृंदावन थाने को बताया कि ज्योति की कॉल डिटेल से इस युवक के साथ उनके लगातार संपर्क की जानकारी मिली है। सेना पुलिस ने युवक का मोबाइल नंबर भी स्थानीय पुलिस के साथ साझा किया और कुछ देर रुकने के बाद लौट गई।

वृंदावन थाने की पुलिस ने मोबाइल नंबर के आधार पर युवक की तलाश शुरू कर दी है। अपराध निरीक्षक धर्मेंद्र कुमार ने बताया, “सेना पुलिस ने ज्योति मल्होत्रा के वृंदावन कनेक्शन की जानकारी दी है। हम युवक तक पहुंचने के लिए जांच कर रहे हैं और अन्य पहलुओं की भी पड़ताल जारी है।”

सूत्रों का कहना है कि इस युवक से पूछताछ के बाद यह स्पष्ट हो सकेगा कि वह ज्योति के जासूसी नेटवर्क का हिस्सा था या अनजाने में उससे जुड़ा था। पुलिस को आशंका है कि ज्योति का यह नेटवर्क हरियाणा और पंजाब के अलावा अन्य राज्यों में भी फैला हो सकता है।

ज्योति मल्होत्रा को हिसार पुलिस ने 17 मई को गिरफ्तार किया था। उन पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 152 और आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम, 1923 की धारा 3, 4 और 5 के तहत मामला दर्ज किया गया है। जांच में पता चला है कि ज्योति 2023 में पाकिस्तान हाई कमीशन के अधिकारी अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश के संपर्क में आई थीं, जिसे भारत सरकार ने 13 मई 2025 को जासूसी के आरोप में देश छोड़ने का आदेश दिया था। ज्योति ने व्हाट्सएप, टेलीग्राम और स्नैपचैट जैसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए पाकिस्तानी एजेंटों को संवेदनशील जानकारी भेजी थी।

वृंदावन में ज्योति के संपर्क सामने आने से पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ गई है। पुलिस का मानना है कि युवक तक पहुंचने के बाद जासूसी नेटवर्क से जुड़े और अहम सुराग मिल सकते हैं। जांच एजेंसियां ज्योति के बैंक खातों, मोबाइल और लैपटॉप की फोरेंसिक जांच भी कर रही हैं।

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