आजमगढ़ : पुरानी लम्बित विवेचनाओं को शीघ्र पूर्ण कराया जाय: मण्डलायुक्त
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आगामी पंचायत निर्वाचन के दृष्टिगत शांति व्यवस्था सुनिश्चित कराने की तैयारी अभी से शुरू करें: डीआईजी
आजमगढ़। मण्डलायुक्त विवेक ने बुधवार को आयुक्त सभागार में आयोजित कानून व्यवस्था के तहत मुख्यमन्त्री द्वारा निर्धारित 14 बिन्दुओं की मण्डलीय समीक्षा बैठक को सम्बोधित करते हुए तीनों जनपदों के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया कि जनपदों में जो भी पुरानी विवेचनायें लम्बित हैं, उसे तत्काल पूर्ण करायें। मण्डलायुक्त ने शासन की मंशा के अनुरूप पाक्सो, महिला सम्बन्धी अपराध, एससी एसटी ऐक्ट, गैंगेस्टर ऐक्ट, गुण्डा ऐक्ट और भारतीय न्याय संहिता-2023 (नई विधि) में सजा कराने व पुराने वादों को वरीयता के आधार पर गवाहों को न्यायालय में हाजिर कराकर वादों के निस्तारण पर जोर दिया। बैठक में अपर निदेशक, अभियोजन बीपी पाण्डेय द्वारा अवगत कराया गया कि माह अप्रैल में आजमगढ़ में पाक्सो ऐक्ट मे एक सजा एवं जिला मजिस्ट्रेट द्वारा गुण्डा ऐक्ट के 7 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें 6 जिला बदर किए गये। जनपद मऊ में पाक्सो में 2 सजा, महिला अपराध में 3 सजा, एससी एसटी ऐक्ट में 2 सजा, जिला मजिस्ट्रेट द्वारा 52 गुण्डा ऐक्ट के वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें 23 जिला बदर किए गये। इसी प्रकार जनपद बलिया में पोक्सो में 2 को सजा, जिला मजिस्ट्रेट द्वारा गुण्डा ऐक्ट के 20 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें 4 जिला बदर किए गये। उन्होंने बताया कि आजमगढ़ में 470 वादों में सजा कराई गयी। मण्डलायुक्त विवेक ने इसी के अनुरूप जनपद बलिया एवं मऊ में भी सजा कराने का निर्देश दिया। उन्होंने तीनों जनपद के जिलाधिकारियों को शासन की मंशा के अनुरूप पाक्सो, महिला अपराध, एससी एसटी ऐक्ट, गैंगेस्टर ऐक्ट में प्रभावी कार्यवाही करते हुए शीघ साक्ष्य कराकर अपराधियों सजा कराने का निर्देश दिया तथा कहा कि इससे अपराधियों में भय होगा और अपराध करने से बचेंगे। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों को 107/116 दण्ड प्रक्रिया संहिता के वादों को निस्तारित करने के निर्देश दिये, इसके साथ ही भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता के ऐसे वाद जो 3 माह से अधिक के हैं, को भी निस्तारित करने हेतु निर्देशित किया। मण्डलायुक्त विवेक ने कहा कि गुण्ड ऐक्ट वाद जो 6 माह से अधिक पुराने है, को वरीयता के आधार पर निस्तारित कराया जाय।
डीआईजी सुनील कुमार सिंह ने बैठक को सम्बोधित करते हुए कहा कि आगामी पंचायत निर्वाचन के दृष्टिगत पुलिस विभाग को निरन्तर सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने निर्देश दिया कि पंचायत निर्वाचन के दौरान शांति व्यवस्था बनाये रखने के लिए अभी से तैयारी शुरू कर दी जाय। डीआईजी ने आजमगढ़, बलिया एवं मऊ के पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिया कि गत पंचायत चुनाव के दौरान की सभी छोटी बड़ी घटनाओं का बरीकी से अवलोकन करें तथा उसके अनुरूप व्यवस्थायें सुदृढ़ करायें।
बैठक में जिलाधिकारी आजमगढ़ रवीन्द्र कुमार, जिलाधिकारी मऊ प्रवीण मिश्र, पुलिस अधीक्षक आजमगढ़ हेमराज मीना, पुलिस अधीक्षक बलिया ओमवीर सिंह, पुलिस अधीक्षक मऊ इलामारन जी, मुख्य विकास अधिकारी बलिया ओजस्वी राज, मुख्य विकास अधिकारी मऊ प्रशान्त नागर, अपर आयुक्त-प्रशासन शमशाद हुसैन सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
