साल भर में चार हजार होमगार्ड हुए रिटायर्ड, सीएम योगी की घोषणा के बाद भी अटकी है भर्ती नियमावली
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लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा प्रदेश में 42 हजार होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती की घोषणा के बाद भी शासन ने इस दिशा में आगे कदम नहीं बढ़ाया गया है। भर्ती की नई नियमावली मंजूरी के लिए बीते तीन माह से शासन में लंबित है। वहीं बीते एक वर्ष के दौरान करीब 4000 होमगार्ड स्वयंसेवक सेवानिवृत्त हो चुके हैं। इसकी वजह से होमगार्ड संगठन कर्मियों की कमी से जूझ रहा है। साथ ही, विभिन्न विभागों और संस्थानों को होमगार्ड स्वयंसेवकों की सेवाएं मुहैया कराने में भी दिक्कत हो रही है।
बता दें कि सीएम योगी ने जून 2024 में प्रदेश में 42 हजार होमगार्ड स्वयंसेवकों की भर्ती करने की घोषणा की थी। बाद में यह संख्या बढ़कर 44 हजार हो गई, जिनकी भर्ती दो चरणों में होनी है। दरअसल, होमगार्ड संगठन में बीते करीब 14 वर्षों से भर्ती नहीं हुई है, जिसकी वजह से सेवानिवृत्त होने वाले कर्मियों की संख्या बढ़ती जा रही है। बता दें कि प्रदेश में 1.18 लाख होमगार्ड स्वयंसेवक के पद हैं। बीते वर्ष प्रदेश में 76 हजार से अधिक पूर्णकालिक होमगार्ड स्वयंसेवक तैनात थे। इनमें से प्रति वर्ष लगभग 4 हजार होमगार्ड सेवानिवृत्त होते जा रहे हैं। इसी वजह से सीएम ने जल्द भर्ती करने का निर्देश दिया था। होमगार्ड संगठन के अधिकारियों द्वारा बनाई गई नियमावली में भर्ती बोर्ड का गठन करने, परीक्षा के जरिए भर्ती करने समेत तमाम प्रावधान किए जा चुके हैं, जिसे शासन को कैबिनेट के सामने पेश करना है।
1.18 लाख पद हैं स्वीकृत
केंद्र सरकार द्वारा उप्र होमगार्ड संगठन के लिए 1,18,348 स्वयंसेवकों की संख्या स्वीकृत है। बीते वर्ष तक केवल 75,808 होमगार्ड सेवाएं दे रहे थे। इनमें से 38,072 की आयु 50 से 60 वर्ष के बीच है। अनुमान के मुताबिक वर्ष 2030 तक करीब 23 हजार और वर्ष 2033 तक 42 हजार से अधिक होमगार्ड सेवानिवृत्त हो जाएंगे।
