पीडब्ल्यूडी कार्यालय में जेई-ठेकेदार भिड़े…मारपीट-हंगामा- जानिए अचानक क्यों बिगड़ी बात
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गोरखपुर। कैंट थाना क्षेत्र में स्थित लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के कार्यालय में बुधवार को इंजीनियर और ठेकेदार के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी के बाद मारपीट हो गई। इसके बाद वहां कर्मचारियों की भीड़ लग गई। लोगों ने डायल 112 पर कॉल कर पुलिस बुलाई।
पुलिस ने काफी देर तक दोनाें पक्षों को बैठाकर उनकी बात सुनी लेकिन मामला शांत न होने पर थाने पर लेकर आ गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। जानकारी के अनुसार, पीडब्ल्यूडी कार्यालय के पहले तल पर अपने कमरे में जेई डीके सिंह बैठे थे। इस दौरान वहां ठेकेदार लल्लन दुबे पहुंचे।
दोनों में किसी बात को लेकर बहस हुई और फिर हाथापाई हो गई। जेई ने आरोप लगाया कि ठेकेदार आए दिन आकर परेशान करते हैं। हाथापाई में उनकी शर्ट फट गई। इसके बाद शोर सुनकर ऑफिस के अन्य कर्मचारी भी आ गए। सभी लोगाें ने मिलकर ठेकेदार को कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद डायल 112 पर कॉल कर पुलिस को बुला लिया।
पुलिस के पहुंचने के बाद काफी देर तक कमरे में ही बैठकर जेई और ठेकेदार से पुलिस ने बातचीत की। दोनों ही एक दूसरे पर आरोप लगा रहे थे। इसके बाद कैंट थाने की पुलिस को सूचना दी गई। कैंट थाने की पुलिस आकर जेई और ठेकेदार को थाने लेकर गई। वहां दोनों पक्षों से लोग पहुंचे। सीओ कैंट योगेंद्र सिंह ने कहा कि दोनों का पक्ष सुनकर मामले की जांच की जा रही है।
ठेकेदार लल्लन दुबे ने बताया कि वह पीडब्ल्यूडी के रजिस्टर्ड कांट्रेक्टर हैं। वीआईपी ड्यूटी को लेकर विभाग में भ्रष्टाचार की कई बार शिकायत की थी। आरोप लगाया कि शहर में जब भी किसी वीआईपी का आगमन होता है तो विभाग के विभिन्न खंडों की ओर से फर्जी अभिलेख तैयार कर करोड़ों रुपये का बंदरबांट कर दिया जाता है।
कहा कि वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 और 2024-25 में इन एई और जेई ने वेरिएशन अतिरिक्त मद के फर्जी अभिलेख तैयार कर करीब 50 करोड़ रुपये अधिक का बंदरबांट किया है। जेई यहां 14-15 वर्षों से तैनात हैं। इससे इंजीनियर खफा रहते हैं। बुधवार को कई दिन बाद पीडब्ल्यूडी ऑफिस में सहायक अभियंता से मिलने आया था।
उनके चेंबर ही बैठा था। थोड़ी देर के लिए वह कहीं चले गए। तभी सहायक अभियंता की सह पर उनके साथ मारपीट की कोशिश की गई। सहायक अभियंता के साथ लोग एकत्रित होकर मारपीट करने आए। इस दौरान उन्होंने सबको किनारे कर दिया।
इस दौरान किसी व्यक्ति ने जेई डीके सिंह की शर्ट फाड़ दी। उन्होंने बताया कि इंजीनियरों ने साजिश के तहत उनसे मारपीट की। इसीलिए ऑफिस के सीसीटीवी कैमरे को पहले ही बंद कर दिया गया था।
