सीएम योगी मुझे सुरक्षा दें…’, मुस्लिम महिला की गुहार, वीडियो वायरल; प्रेमी की बहन ने कमरे में किया बंद
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चंदौली। बबुरी थाना क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले दो प्रेमियों ने दो वर्ष पूर्व में निकाह कर लिया। प्रेमी ने प्रेमिका के साथ लगभग डेढ़ वर्ष रहने के बाद उसे भगा दिया। प्रेमिका लोक लाज की परवाह किए बिना शनिवार को प्रेमी के घर जाकर पहुंच गई। जिस कमरे में वह रही थी, उस कमरे को बाहर से ननद ने ताला लगा दिया।
पीड़ित महिला ने पुलिस को इसकी सूचना दी, जिस पर मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष एवं तहसीलदार ने आरोपी प्रेमी के पिता से ताला खुलवाया गया और दोनों पक्षों को जब तक मामले का समाधान नहीं हो जाता है, तब प्रेमिका, प्रेमी के घर में ही रहने का लिखित समझौता कराया गया।
इस संबंध में तहसीलदार राहुल सिंह ने कहा कि प्रेमी के घर में प्रेमिका को उसकी ननद ने ताला लगा दिया था जिसे पुलिस की उपस्थिति में ससुर ने ताला खोला और जब तक मामले का न्यायालय से निस्तारण नहीं हो जाता है तब तक वह वहीं रहेगी।
एक ही गांव रहने वाले युवक और युवती को आपस में प्रेम हो गया। परिवार ने विरोध किया तो लड़का-लड़की, दोनों ने निकाह पढ़ लिया। युवक-युवती प्रयागराज में एक साल तक साथ रहे। युवक को लगा कि अब उसकी पत्नी प्रेगनेंट है तो घर वाले मान जाएंगे। इसके बाद वह पत्नी के साथ घर पहुंचा।
परिजनों ने दोनों को घर से भगा दिया। कुछ माह वाराणसी में रहने के बाद युवक ने युवती का गर्भपात करा दिया। इसके कुछ माह बाद परिजनों के दबाव में युवक ने युवती को भगा दिया और साथ रखने से मना कर दिया। युवती को जब पता चला कि वह जिसके लिए घर परिवार को छोड़ दिया, वही दगा दे रहा है।
प्रेमिका ने प्रेमी के घर में जाकर रहने का निर्णय लिया और शनिवार को घर में विरोध के बावजूद घुस गई। जिस कमरे में थी उसकी ननद ने बाहर से दरवाजा बंद कर ताला लगा दिया। प्रेमिका ने मामले को सोशल मीडिया पर डाल दिया और पुलिस को सूचना दी।
मौके पर बबुरी थानाध्यक्ष और तहसीलदार राहुल सिंह पुलिस बल के साथ पहुंचे। ग्रामीणों की उपस्थिति में प्रेमी के ससुर ने ताला खोला और जब तक मामले का निस्तारण न्यायालय से नहीं हो जाता है तब तक प्रेमी के घर में प्रमिका रहेगी और कोई विवाद नहीं करने का लिखित समझौता कराया गया।
इस संबंध में तहसीलदार राहुल सिंह ने कहा कि प्रेमी के घर में प्रेमिका को उसकी ननद ने ताला लगा दिया था जिसे पुलिस की उपस्थिति में ससुर ने ताला खोला और जब तक मामले का न्यायालय से निस्तारण नहीं हो जाता है तब तक वह वहीं रहेगी।
