आजमगढ़ : अनुपूरक बजट चर्चा में सांसद धर्मेंद्र यादव का सरकार पर तीखा हमला, कहा जहरीला कफ सिरप बेचने वालों को बचाने में लगी प्रदेश सरकार
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आजमगढ़। अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान आजमगढ़ के सांसद धर्मेंद्र यादव ने केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार पर किसानों, युवाओं और आम जनता की अनदेखी का आरोप लगाते हुए तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 तक यूपीए सरकार के समय प्रति किसान औसतन 37 हजार रुपये का कर्ज था, जो अब बढ़कर 78 हजार रुपये प्रति किसान हो गया है। इसी तरह किसानों पर कुल कर्ज 7.5 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 28.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जबकि कॉरपोरेट्स का 16.5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ कर दिया गया, लेकिन किसानों का एक रुपया भी माफ नहीं किया गया। सांसद ने कहा कि प्रधानमंत्री और मंत्री किसान हित की बात तो करते हैं, लेकिन पिछले 11 वर्षों में प्रति किसान आय मात्र एक हजार रुपये ही बढ़ी है। उन्होंने सवाल उठाया कि स्वामीनाथन कमेटी की सिफारिशें आज तक लागू क्यों नहीं की गईं। साथ ही उन्होंने यूरिया वितरण व्यवस्था पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में किसान कई किलोमीटर लंबी लाइनों में लगते हैं, लाठियां खाते हैं, तब जाकर उन्हें एक-दो बोरी यूरिया मिल पाती है। उन्होंने आरोप लगाया कि यूरिया सब्सिडी का लाभ किसानों तक पहुंचने के बजाय सत्ता पक्ष के दलालों और अधिकारियों तक जा रहा है। धर्मेंद्र यादव ने रोजगार और अर्थव्यवस्था के आंकड़ों को लेकर भी सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि रोजगार के फर्जी आंकड़े प्रस्तुत किए जा रहे हैं और सरकार द्वारा जारी जीडीपी आंकड़ों को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने अपारदर्शी और भ्रामक बताते हुए उसकी विश्वसनीयता को कैटेगरी-B से घटाकर कैटेगरी-C कर दिया है। उन्होंने बताया कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स में भारत की रैंकिंग 2014 में 55 थी, जो 2025 में बढ़कर 102 हो गई है। साथ ही प्रति व्यक्ति आय में गिरावट आई है और डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत मनमोहन सरकार के समय 60 रुपये थी, जो अब 90 रुपये के पार चली गई है। उत्तर प्रदेश में भर्ती परीक्षाओं को लेकर उन्होंने कहा कि बीते 11 वर्षों में 53 से अधिक पेपर लीक हुए हैं और एक भी भर्ती प्रक्रिया ठीक से पूरी नहीं हो पाई। इलाहाबाद में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के छात्रों द्वारा आंदोलन करने पर योगी सरकार द्वारा लाठीचार्ज कराए जाने का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने कहा कि छात्रों को बाल पकड़कर घसीटा गया। उन्होंने दावा किया कि इसी सरकार के दौरान अधिकतम 8 प्रतिशत बेरोजगारी दर दर्ज की गई। सांसद ने जनगणना को लेकर भी चिंता जताई और कहा कि यह कहीं “वादा तेरा वादा” बनकर न रह जाए। उन्होंने मांग की कि आगामी जनगणना में जातीय जनगणना को भी शामिल किया जाए। इसके अलावा उन्होंने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार अवैध और जहरीला कफ सिरप बेचने वालों को बचाने में लगी है तथा केंद्र सरकार की एजेंसियां ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स केवल विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही हैं।
