अतुल सुभाष सुसाइड केस: प्रयागराज पुलिस का दावा- ‘बेंगलुरु पुलिस ने नहीं किया संपर्क, ट्रांजिट डिमांड भी नहीं बनवाया’
1 min readप्रयागराज। अतुल सुभाष सुसाइड केस में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया के साथ मां निशा सिंघानिया और भाई अनुराग सिंघानिया को गिरफ्तार कर लिया गयाय है. लेकिन प्रयागराज पुलिस ने इस गिरफ्तारी के बाद बड़ा दावा किया है. प्रयागराज पुलिस ने कहा है कि बेंगलुरु पुलिस ने प्रयागराज पुलिस से किसी तरह का कोई संपर्क नहीं किया.
गिरफ्तारी करने के बाद दोनों आरोपियों को ना तो प्रयागराज की कोर्ट में पेश किया गया और ना ही किसी पुलिस स्टेशन लाया गया. बेंगलुरु पुलिस ने प्रयागराज में आरोपियों का ट्रांजिट डिमांड भी नहीं बनवाया. बेंगलुरु पुलिस ने प्रयागराज पुलिस को कोई जानकारी भी नहीं दी है. प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर और डीसीपी सिटी ने मीडिया से यह जानकारी साझा की है. आशंका जताई जा रही है कि निशा सिंघानिया और अनुराग सिंघानिया गुरुवार को जब इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी से जुड़े कागजात पर दस्तखत करने के लिए आए थे, तभी उनकी गिरफ्तारी कर ली गई थी. हालांकि जानकारी के मुताबिक दोनों आरोपियों ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दाखिल करने के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर दी थी.
आरोपियों की तरफ से इलाहाबाद हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत की अर्जी दाखिल भी हो चुकी है. हालांकि जिन चार आरोपियों की तरफ से अग्रिम जमानत की अर्जी दाखिल की गई थी उनमें से तीन की गिरफ्तारी हो चुकी है. आशंका है कि बेंगलुरु पुलिस ने निशा और अनुराग की गिरफ्तारी प्रयागराज से दो दिन पहले ही कर ली थी. कागजों पर गिरफ्तारी शनिवार को दिखाई गई. मां निशा और भाई अनुराग के फोन के सहारे ही निकिता का पता लगाकर उसकी गिरफ्तारी की गई. निकिता की गिरफ्तारी के बाद ही तीनों आरोपियों की गिरफ्तारी शो की गई है. गिरफ्तार के बाद पुलिस ने कहा कि आरोपी निकिता सिंघानिया को गुरुग्राम, हरियाणा से गिरफ्तार किया गया है. आरोपी निशा सिंघानिया और अनुराग सिंघानिया को प्रयागराज से गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.