भाजपा ने मिल्कीपुर सीट जीतने के लिए बनाई रणनीति
1 min read
इन छह मंत्रियों को सौंपी गई बड़ी जिम्मेदारी
लखनऊ। भाजपा अब अयोध्या की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के जरिए लोकसभा चुनाव में अयोध्या सीट पर मिली हार का बदला लेने की तैयारी में जुट गई है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने कैबिनेट के छह मंत्रियों को यह सीट जीतने का टास्क दिया है। इसके अलावा संगठन के पदाधिकारियों को भी चुनाव मैदान में उतारा गया है। साथ ही खुद भी सीएम लगातार अयोध्या का दौरा कर मीटिंग दर मीटिंग कर रहे हैं और मंत्रियों के साथ ही पदाधिकारियों को जीत का मंत्र बता रहे हैं। चुनावी तैयारियों के लिहाज से देखा जाए तो भाजपा विपक्षी सपा से काफी आगे दिख रही है।
दरअसल 2022 के विधानसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट पर सपा ने जीत दर्ज की थी, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में मिल्कीपुर सीट से विधायक रहे अवधेश प्रसाद अयोध्या सीट सांसद चुन लिए गए हैं। इस जीत को भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। ऐसे में भाजपा अब मिल्कीपुर सीट पर कब्जा करने के लिए माइक्रो मैनेजमेंट के तहत अपनी तैयारी में जुटी है। मुख्यमंत्री बीते 15 दिन में तीन बार मिल्कीपुर का दौरा कर चुके हैं।
इस सीट को जीतने को लेकर भाजपा के संजीदगी का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि हाल में 9 विधानसभा सीटों पर हुए उप चुनाव में एक-एक सीट पर तीन-तीन मंत्रियों की टीम को कमान सौंपी गई थी। जबकि मुख्यमंत्री और दोनों उपमुख्यमंत्रियों के अलावा प्रदेश अध्यक्ष और संगठन मंत्री ने भी दो-दो सीटों की जिम्मेदारी संभाली थी। लेकिन मिल्कीपुर सीट पर सीएम ने छह मंत्रियों की टीम उतार दी है। इनमें अयोध्या के प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही के अलावा जलशक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह, सहकारिता राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) जेपीएस राठौर, आयुष एवं औषधि प्रशासन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ. दयाशंकर मिश्रा दयालु, राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह व सतीश शर्मा शामिल हैं। इसके अलावा सीएम और दोनों उप मुख्यमंत्री भी लगातार इस विधानसभा क्षेत्र में दौरा कर रहे हैं।
शनिवार को मिल्कीपुर में सभी मंत्रियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री सभी मंत्रियों को रण जीतने का मंत्री देते हुए कहा है कि बूथवार टोली बनाकर जनता से सीधा संवाद और जनसंपर्क करते रहें। सीएम ने सभी मंत्रियों को हर बूथ से लेकर गांव-गांव जाकर जनता से संवाद और संपर्क करने और सरकार की नीतियों के बारे में समझाने को कहा है।
