नकल माफियाओं पर नकेल कसने की तैयारी, तीन शहरों के परीक्षा केंद्रों में अनावश्यक एनाउंसमेंट पर रोक
1 min readलखनऊ। मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने निर्देश दिया है कि बोर्ड परीक्षा के मद्देनजर नकल माफियाओं और असामाजिक तत्वों पर विशेष निगरानी रखें और गड़बड़ी करने वालों पर सख्त कार्रवाई करें। परीक्षा में बाधक बनने वालों के खिलाफ संज्ञेय अपराध के तहत कार्यवाही की जाए। वह सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के सभी मंडलायुक्त, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ यूपी बोर्ड की तैयारियों की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि 17 जिलों आगरा, मथुरा, बागपत, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, बलिया, मऊ, प्रयागराज, कौशांबी, चंदौली, जौनपुर, गाज़ीपुर, देवरिया व गोंडा को अति संवेदनशील घोषित किया गया है। यहां विशेष सतर्कता बरती जाए। एसटीएफ और एलआईयू इन केन्द्रों की विशेष निगरानी करें। परीक्षा में नकल की कोई गुंजाइश नहीं रहनी चाहिए। परीक्षा के पहले केन्दों का शत-प्रतिशत निरीक्षण करके यह सुनिश्चित करें कि सभी केन्द्रों पर आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध हैं।
मुख्य सचिव ने कहा कि परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर समय से पहुंचने में कोई असुविधा नहीं होनी चाहिए। परीक्षा के समय बसों का नियमित संचालन हो। परीक्षार्थियों को कहीं भी अनावश्यक रूप से न रोका जाए। परीक्षा के दौरान ध्वनि विस्तारक यंत्रों के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया जाए। प्रयागराज, अयोध्या, बनारस के परीक्षा केंद्रों के पास पुलिस द्वारा अनावश्यक एनाउन्समेंट न किया जाए। स्ट्रांग रूम की 24 घंटे सीसीटीवी से ऑनलाइन निगरानी की जाए। इनकी सुरक्षा के लिये सशस्त्र बल तैनात किया जाए।
उन्होंने कहा कि प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के दृष्टिगत परीक्षा केन्द्रों के स्ट्रांग रूम का टीम बनाकर आकस्मिक निरीक्षण भी कराया जाये। यूपी बोर्ड की परीक्षाएं 24 फरवरी से 12 मार्च तक आयोजित की जाएंगी। परीक्षा प्रदेश में 8140 परीक्षा केन्द्रों पर होगी। परीक्षा में 27,32,216 हाईस्कूल व 27,05,017 इंटर कुल 54,37,233 परीक्षार्थी शामिल होंगे। बैठक में महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा, माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेंद्र देव, माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव भगवती सिंह आदि अधिकारी उपस्थित थे।