थाने के सामने पेड़ से लटक युवक ने दे दी जान
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देवरिया। सुरौली थाना क्षेत्र के सुरौली गांव के उत्तर तरफ निर्माणाधीन थाने के सामने घने बागीचे में बुधवार की सुबह में एक युवक ने रस्सी का फंदा लगाकर जान दे दी। उसकी पहचान वहीं के उपेंद्र यादव 25 पुत्र दीनानाथ यादव के रुप में हुई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर अग्रिम कार्रवाई के लिए भेज दिया।
थाना क्षेत्र के दीनानाथ यादव के पांच बेटे हैं। सभी लड़के बाहर ही रहकर रोजगार करते हैं। इसमें सबसे छोटा उपेंद्र यादव था। वह बाहर रहकर वेल्डिंग का कार्य करता था। तीन माह पहले वह घर आया था। इधर, विदेश जाने के लिए अपना पासपोर्ट भी बनवाने की तैयारी में लगा था।
बुधवार की सुबह घर से खाना खाकर गांव के पंचायत भवन के पास बैठा था। कुछ ग्रामीणों ने बताया कि फांसी लगाने के पहले उसे वहीं बैठा हुआ देखा गया था। उसके बाद वह बगल स्थित बागीचे में चला गया। कुछ देर बाद बागीचे में पहुंची गांव की एक महिला ने देखा कि उपेंद्र पेड़ से रस्सी के सहारे लटका हुआ है।
इसके बाद उसने शोर मचाना शुरू किया तो ग्रामीण वहां पहुंच गए। लोगों ने पुलिस को घटना की सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतरवाया और फोरेंसिक टीम को सूचना दी। उसके बड़े भाई राजेश यादव ने बताया कि उपेंद्र कुछ दिनों से बीमार चल रहा था, उसको दिखाने के लिए देवरिया स्थित एक निजी चिकित्सक के यहां बुधवार को ही पर्ची लगाया गया था।
पर्ची लगाकर लौटा तो इसी बीच यह घटना घट गई। उधर उपेंद्र की मौत के बाद गांव व परिवार में हड़कंप मच गया। पिता दीनानाथ दहाड़े मार-मार रो रहे थे वहीं मां चंपा देवी रो-रोकर बेहोश हो जा रही थीं। घटना को लेकर गांव में तरह-तरह की चर्चाएं भी रहीं। पुलिस ने उसके मोबाइल को अपने कब्जे में ले लिया है, माना जा रहा है कि इससे मोबाइल के कॉल डिटेल से घटना के कारण का पता चल सकता है।
उपेंद्र ने अचानक क्यों इस घटना को अंजाम दिया, यह किसी के समझ में नहीं आ रहा है। अकस्मात इस तरह के कदम से परिजन भी बदहवास हैं। उन्हें यकीन ही नहीं आ रहा है कि उसने ऐसा क्यों किया। गांव के युवाओं ने बताया कि वह काफी मिलनसार व खुशमिजाज रहने वाला था।
परिवारीजन भी घटना के पीछे के कारणों को बता पाने में असमर्थता जताते रहे। गांव के ही लड़कों ने बताया कि मंगलवार को ही उसने स्टेटस लगाया था कि हम तेरे शहर से दूर जा रहे हैं.., ये मुलाकात आखिरी है…।