महिला ने इसलिए झोलाछाप से कंधे में रखवाई थी गोली
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10,000 में खरीदी थी बुलेट; दुष्कर्म मामले में नया खुलासा
बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से हैरान करने वाला मामला सामने आया है। दुष्कर्म के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। महिला ने झोलाछाप से कंधे में गोली रखवाई थी। महापौर को फंसाने की साजिश रचने वाली महिला का असली सच सामने आ गया है।
कोतवाली क्षेत्र के चर्चित मामले का बृहस्पतिवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। खुद के शरीर में गोली रखवाने वाली महिला सोनू उर्फ शमोली कौशिक, जिला अस्पताल के वार्ड बॉय रोहताश समेत तीन आरोपियों को पुलिस ने हिरासत में लिया है।
महिला ने कोर्ट में बयान दिया है कि पुराने मुकदमे में जेल जाने से बचने व महापौर को फंसाने के लिए उसने यह साजिश रची थी। एसपी सिटी मानुष पारीक ने बताया कि 29 मार्च को वीर सावरकर नगर रोड निवासी सोनू ने कोतवाली पुलिस को सूचना दी कि उसे काले रंग की कार से ले जाकर अज्ञात लोगों ने दुष्कर्म के बाद गांधी उद्यान के पास गोली मार दी।
रिपोर्ट दर्ज कर पुलिस ने पड़ताल शुरू की। घटनास्थल के फुटेज खंगाले तो ऐसी कोई कार मौके पर नहीं दिखी। महिला अकेली ही आती जाती दिखी। मेडिकल परीक्षण में भी आरोप पुष्ट नहीं हुए। पुलिस ने सारे तथ्य सामने रखकर पूछताछ की तो महिला ने कबूल कर लिया कि घटना फर्जी है।
रोहताश के कहने पर महिला ने झोलाछाप शराफत खां से संपर्क किया। शराफत ने 2500 रुपये लेकर महिला के शरीर को सुन्न कर एक चीरा लगाया और गोली उसकी कॉलर बोन में इंप्लांट कर दी। इसके बाद महिला ने दुष्कर्म और गोली लगने का ड्रामा रचा।
शूटर की तलाश में दौड़ती रही पुलिस
महिला ने खुद को गोली लगने की बात बताई तो पुलिस ने उसके नंबर को सर्च कर स्टेशन के पास से विजय नाम के युवक को पकड़ा था। विजय ने महिला से संपर्क होने की बात स्वीकारी, लेकिन किसी साजिश से इन्कार किया। पुलिस शुरू के कुछ दिन शूटर को तलाशती रही, पर जब कॉलर बोन में लगी गोली निकलवाने के लिए महिला को निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया तो पता लगा कि गोली चीरा लगवाकर रखवाई गई है।
यहीं से जांच की दिशा बदल गई। पुलिस ने महिला के शरीर से निकाली गई 32 बोर की गोली, एक खोखा, महिला के कपड़े, घटनास्थल से एक जोड़ी चप्पल आदि सुबूत के तौर पर बरामद किया है।
महिला ने पुलिस व कोर्ट के सामने दिए बयान में कहा कि उसने वर्ष 2022 में भी अज्ञात लोगों के खिलाफ दुष्कर्म की रिपोर्ट कराई थी। कोर्ट में उसने महापौर उमेश गौतम व अन्य लोगों पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। जांच में आरोप साबित नहीं हुए तो उसने खुद कोतवाली जाकर इनके बेगुनाह होने का शपथपत्र दे दिया।
पुलिस ने मुकदमे को खारिज कर दिया और उसके खिलाफ 182 की कार्रवाई की रिपोर्ट कोर्ट में भेज दी। अब ये मामला ट्रायल पर आ गया था। कोर्ट में इसकी सुनवाई 25 अप्रैल को होनी है। महिला को लग रहा था कि कोर्ट उसे जेल भेज सकता है, इसलिए उसने खुद के बचाव व विरोधियों को फंसाने के लिए यह साजिश रची।
जिला अस्पताल का वार्ड ब्वॉय रोहताश उसका करीबी था। वह उसे मौसी कहता था। दो साल पहले महिला ने बेटी की फर्जी मेडिकल रिपोर्ट उसी से बनवाई थी। इस बार भी उसने रोहताश से कहा कि वह उसकी फर्जी रिपोर्ट तैयार करा दे तो वह विरोधियों को फंसा देगी। इस पर रोहताश ने दस हजार रुपये लेकर उसे 32 बोर की गोली व दो खोखे दिए।
