आजमगढ़ में विश्व पर्यावरण दिवस पर “एक पेड़ मां के नाम” गोष्ठी का आयोजन
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पेड़ लगाने से प्रकृति संरक्षित होती है, भूगर्भ जल स्तर बढ़ता है: डीएम
आजमगढ़ विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर आजमगढ़ में “एक पेड़ मां के नाम” थीम के तहत पर्यावरण संरक्षण पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
जिलाधिकारी ने इस वर्ष के थीम “एन्टी प्लास्टिक पलूशन” पर जोर देते हुए कहा कि 1973 से विश्व स्तर पर पर्यावरण दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पेड़ लगाने से प्रकृति का संरक्षण होता है और भूगर्भ जल स्तर में वृद्धि होती है। नदियों, तालाबों और पोखरों से जल रिचार्ज में मदद मिलती है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के निर्देशों का हवाला देते हुए पराली जलाने पर रोक लगाने की अपील की, क्योंकि इससे श्वास संबंधी बीमारियां बढ़ती हैं। अधिक पेड़ होने से ऑक्सीजन की उपलब्धता बनी रहती है।
जिलाधिकारी ने प्लास्टिक के उपयोग को कम करने पर बल देते हुए कहा कि इसके बजाय कपड़े, कागज और मिट्टी से बने थैले व उत्पादों का उपयोग करें। प्लास्टिक से स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है और यह पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है। उन्होंने छात्र-छात्राओं से अभिभावकों को जागरूक करने का आह्वान किया। साथ ही, पत्तों के दोने और मिट्टी के कुल्हड़ जैसे पर्यावरण-अनुकूल उत्पादों के उपयोग को बढ़ावा देने की बात कही।
उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के लिए सामूहिक प्रयासों पर जोर दिया और सभी से “एक पेड़ मां के नाम” अभियान में हिस्सा लेने की अपील की। डीएफओ द्वारा इस वर्ष 70 लाख पौधे नर्सरी में तैयार किए गए हैं, जिन्हें मुफ्त में लेकर रोपण और संरक्षण करने का आग्रह किया गया।
जिलाधिकारी ने 15 से 21 जून तक आयोजित होने वाले योग सप्ताह की जानकारी दी और सभी को योग करने व दूसरों को प्रेरित करने के लिए कहा। जिला स्तर पर योग का मुख्य आयोजन चंद्रमा ऋषि आश्रम में होगा। उन्होंने योग की फोटो आयुष ऐप पर अपलोड करने और गंगा दशहरा, विश्व पर्यावरण दिवस के साथ-साथ माननीय मुख्यमंत्री के जन्मदिवस की शुभकामनाएं दीं।
कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने नाटक के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। जिलाधिकारी ने जागरूकता कार्यक्रम में भाग लेने वाले छात्र-छात्राओं को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी परीक्षित खटाना, डीएफओ जीडी मिश्र, जिला विकास अधिकारी संजय कुमार सिंह, डीसी मनरेगा राम उद्रेज यादव, डायट प्राचार्य सहित अन्य अधिकारी और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। डायट प्राचार्य ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
