Latest News

The News Complete in Website

बड़ा हादसा: निर्माणाधीन बेसमेंट की दीवार गिरने से दो महिला समेत तीन मजदूरों की मौत, दो गंभीर घायल

1 min read

ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक-1 कोतवाली स्थित औद्योगिक क्षेत्र में आसरा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में बेसमेंट में निर्माण कार्य के दौरान खाली प्लॉट की एक दीवार गिर गई। जिसकी चपेट में पांच मजदूर आ गए। हादसे में गांव सिरसी थाना खन्ना महोबा निवासी अनीता (32), मकबराई महोबा निवासी मालती (34) और उनके पति पुष्पेंद्र (40) की मौत हो गई। वहीं गांव ननोरा थाना श्रीनगर महोबा निवासी धीरेंद्र कुमार (32) और ककोड़ बुलंदशहर निवासी उमेश (35) गंभीर रूप से घायल हो गए।

पुलिस ने मृतकों के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज मामले की जांच की जा रही है। कोतवाली पुलिस का कहना है कि संबंधित ठेकेदार कुलदीप को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मृतकों के परिजन की तहरीर पर केस दर्ज कर मामले की जांच की जाएगी।

हादसे वाली जगह पर काम कर रहे साथी मजदूरों का कहना है कि गुरुवार शाम को आसरा प्राइवेट लिमिटेड कंपनी में निर्माण कार्य के दौरान सात मजदूर बेसमेंट में काम कर रहे थे। उसी दौरान बगल में स्थित एक खाली प्लॉट की दीवार अचानक गिर गई। इससे बेसमेंट में काम कर रही अनीता, मालती और उनके पति पुष्पेंद्र के अलावा धीरेंद्र कुमार और उमेश दीवार के मलबे के नीचे दब गए। हादसे के बाद चीख-पुकार मच गई।

हादसे की जानकारी मिलते ही ईकोटेक-1 और थाना कासना पुलिस मौके पर पहुंची और मजदूरों की मदद से राहत एवं बचाव कार्य शुरू कराया गया। घायलों को तुरंत किसी तरह बेसमेंट से निकालने के बाद एंबुलेंस की मदद से तत्काल डेल्टा-1 स्थित ग्रीन सिटी अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां चिकित्सकों ने अनीता, मालती और पुष्पेंद्र को मृत घोषित कर दिया। जहां घायलों की हालत को स्थिर बताया है। कोतवाली प्रभारी अरविंद वर्मा का कहना है कि पिछले दिनों बारिश हुई थी। इस कारण आशंका है कि कंपनी के बगल में स्थित खाली प्लॉट की दीवार की नींव कमजोर हो गई। नींव धंसने के कारण ही दीवार गिरने की आशंका है।

सभी मजदूर कुछ दिन पहले ही रोजगार के लिए आए थे। पुलिस ने घायलों के अलावा मृतकों के परिजन को इसकी सूचना दी है। हादसे की खबर से परिजन का रो-रोकर बुरा हाल है। सूचना के बाद परिजन मौके पर अस्पताल पहुंचे। मृतकों के परिजनों ने प्रशासन से मुआवजे की मांग की है और ठेकेदार के अलावा बिल्डर के खिलाफ कार्रवाई की गुहार लगाई है। मृतकों के परिजन का कहना है कि मजदूरों के मौत से उनके घर में रोजी रोटी का संकट हो गया है। मृतकों की मेहनत से घर का चूल्हा जलता था।

घटना स्थल पर काम करने वाले मजदूरों का कहना है कि निर्माण स्थल पर सुरक्षा के कोई पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे। न तो मजदूरों को किसी तरह का सुरक्षात्मक उपकरण मुहैया कराया गया था। बेसमेंट में काफी समय से काम चल रहा था। लेकिन नियमों और सुरक्षा मानकों की खुली अनदेखी की जा रही थी। मलबा हटाने में भी देरी हुई क्योंकि न तो क्रेन मौजूद थी और न ही एंबुलेंस की कोई त्वरित व्यवस्था। ठेकेदार ने सुरक्षा नियमों का पालन किया। मजदूरों को बिना हेलमेट और बेल्ट के जोखिम भरे काम में लगाया गया था। फिलहाल पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है और हादसे की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है।

0Shares

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *