लेटरल एंट्री का फ़ैसला वापस
1 min readUटर्न ली सरकार
दिल्ली।केंद्र सरकार ने लेटरल एंट्री से कदम पीछे खींच लिए हैं। UPSC से कहा गया है कि इस बारे में जारी विज्ञापन वापस ले लिया जाए।
राहुल गांधी और विपक्ष के अलावा सरकार में शामिल चिराग पासवान ने भी इसका विरोध किया था।
राहुल का आरोप है कि मोदी सरकार पिछले दरवाज़े से बड़े पदों पर भर्ती RSS के लोगों को भरना चाहती है।इन भर्तियों में आरक्षण के नियमों का पालन भी नहीं किया जा रहा। आरोप है कि मोदी सरकार आरक्षण को खतम करना चाहती है।
एनडीए सरकार की तीसरी पारी में यह चौथा मौका है जब सरकार को विपक्ष और जनता के विरोध के आगे यू टर्न लेना पड़ा है।
इससे पहले सरकार भारी विरोध के कारण वापस ले चुकी है विभिन्न बिल
ब्रॉडकास्ट बिल वापस ले चुकी है।वक्फ बिल ठंडे बस्ते में डाल चुकी है।कैपिटल गेन टैक्स में बदलाव कर चुकी है।